सिटी पोस्ट लाइव : दो दिन पहले सीएम नीतीश कुमार ने एक कार्यक्रम में अपनी उपलब्धियों का जिक्र करते हुए कहा था कि मेरे काम को याद रखिएगा और काम पर हीं वोट दीजिएगा। सीएम के इस बयान पर रालोसपा ने तंज कसा है। रालोसपा महासचिव सह प्रवक्ता धीरज सिंह कुशवाहा ने कहा कि नीतीश कुमार को उनका यह बयान जेडीयू के लिए मुसीबत साबित होने वाला है क्योंकि अगर बिहार विधानसभा के चुनाव में जनता ने नीतीश के काम को याद रखकर वोट किया तो जेडीयू जीरो पर आउट हो जाएगी। सबको याद है कि कोरोना संकट शुरू होने के बाद कोटा में फंसे बिहारी छात्र गुहार लगा रहे थे, रो रहे थे और नीतीश कुमार का दिल तब भी नहीं पसीजा था उन्होंने छात्रों को बिहार बुलाने से मना कर दिया था जबकि यूपी सहित दूसरे राज्य कोटा में फंसे अपने छात्रों के लिए बसों और तमाम जरूरी इंतजाम कर रहे थे।
कोरोना संकट के दौरान जब लाखों की संख्या में बिहार के मजदूर देश के दूसरे हिस्सों में फंसे थे तो नीतीश कुमार ने कहा कि वे घर आंएगे तो संक्रमण फैलेगा। नीतीश कुमार के ये सारे काम लोगों को याद हैं क्योंकि यह पब्लिक है सब जानती है। बिहार और धीरज सिंह कुशवाहा ने कहा कि देश ने देखा है जब नीतीश कुमार ने मजदूरों को घर बुलाने से मना कर दिया था तब हमारे नेता उपेन्द्र कुशवाहा देश के दूसरे राज्यों में फंसे मजदूरों की हर संभव मदद कर रहे थे। पटना के कई इलाके जब जलजमाव में डूबे हुए थे और वहां रहने वालों की जिंदगी नर्क बन गयी थी तब नीतीश कुमार को मजाक सूझ रहा था।
15 वर्षों की अपनी नाकामी को छुपाने के लिए वे कह रहे थे हथिया नक्षत्र में बारिश होती है। सब जानते हैं पटना का जलजमाव प्राकृतिक आपदा नहीं थी बल्कि बदत्तर ड्रेनेज सिस्टम का नतीजा था। हां नीतीश कुमार का एक काम भी लोगों को हमेशा याद रहेगा जब कोरोना से लोग मर रहे थे तब सीएम अपने घर से 85 दिनों तक बाहर नहीं निकले थे। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने काम नहीं कारनामें किये हैं जिसकी सजा इस बार बिहार के लोग नीतीश कुमार को चुनाव में ईवीएम का बटन दबाकर देंगे।
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