गिरिराज के ट्वीट पर बोली जेडीयू-‘बिहार को एनआरसी की जरूरत नहीं, भावनाओं का करें सम्मान’
सिटी पोस्ट लाइवः एनआरसी को लेकर आज गिरिराज सिंह के एक ट्वीट से बिहार का राजनीतिक तापमान चढ़ गया है। गिरिराज सिंह ने बिहार में एनआरसी को परिस्थिति की मांग बताया और विरोध करने वालों को इसे वोट के चश्मे से न देखे जाने की सलाह दी। जाहिर है इशारा जेडीयू की ओर था क्योंकि जेडीयू बिहार में एनआरसी का लगातार विरोध कर रही है।
गिरिराज सिंह के बयान पर जेडीयू की प्रतिक्रिया आयी है। जेडीयू प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि बिहार में एनआरसी की कोई जरूरत नहीं है। एनआरसी एक ऐतिहासिक करार है जो तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी और असम के आंदोलनकारियों के बीच हुआ था। इसमे घुसपैठ को लेकर लंबे समय से चल रहे आंदोलन के सवाल पर लोगों के अंदर गहरा आक्रोश था।
राजीव गांधी ने कहा था कि हम घुसपैठियों को बाहर निकलने के लिए आपके साथ करार कर रहे हैं और इस करार को क्रियान्वित करेंगे। वर्षों बाद सुप्रीम कोर्ट के निर्देश और उनकी माॅनिटरिंग में एनआरसी करायी गयी। एनआरसी का सैद्धांतिक तौर पर असम में सारे लोग समर्थन कर रहे थे। लेकिन एनआरसी की जो कार्यवाही हुई जिसमें सभी ड्राफ्ट में लगभग 19 लाख छोड़ दिये गये जिसमें बड़े पैमाने पर अनियमितता का आरोप लगा। जहां बिहार का सवाल है बिहार में एनआरसी की कोई जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि बिहार ने पिछले 14 वर्षों में नीतीश कुमार के नेतृत्व में शानदार सफर तय किया है। जिन नेताओं के बयान आ रहे हैं उनके बयान का कोई महत्व नहीं है। बिहार की जनभावना का सबको सम्मान करना चाहिए।
Comments are closed.