सिटी पोस्ट लाइव : चिराग पासवान के द्वारा नीतीश कुमार के खिलाफ खोले गए मोर्चे से JDU नेता खफा हैं.अब JDU ने चिराग पासवान पर हमला बोला है. JDU के नेता दलित नेता बिहार सरकार के मंत्री महेश्वर हजारी ने कहा कि सिर्फ दलित भर हो जाने से कोई दलितों का नेता नहीं हो जाता है. दलितों के लिए जितना काम नीतीश कुमार ने किया है उतना किसी नेता ने नहीं किया है’. ‘नीतीश कुमार (Nitish Kumar)ही दलितों के सबसे बड़े नेता हैं. ये कहना है बिहार के योजना एवं विकास विभाग के मंत्री और जेडीयू के वरिष्ठ नेता महेश्वर हजारी (Maheshwar Hajari) का. दरअसल हाल के कुछ दिनो में लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान (Chirag Paswan) के तेवर नीतीश कुमार को लेकर तल्ख दिख रहे हैं.
अब तो चिराग पासवान ने यहाँ तक कह दिया है कि उनकी चुनावी तैयारी पूरी है.उनके पास खोने के लिए कुछ नहीं है.चिराग पासवान के कोरोना के संक्रमण को देखते हुए चुनाव को आगे बढाने की तेजस्वी यादव की मांग को दुहरा दिया है.एलजेपी के प्रदेश अध्यक्ष प्रिंस राज (Prince raj) ने भी खा है कि कोरोना संक्रमण (Corona Infection) का मामला जिस तरह से फैल रहा है, बिहार में इससे फिलहाल चुनाव कराने से लोगों के स्वास्थ्य पर असर पड़ सकता है. उन्होंने कहा कि हमारे सांसद भी कोरोना से ग्रसित हो गए हैं. इस घड़ी में चुनाव कराना मुझे नहीं लगता है सही कदम होगा. बाकी तो चुनाव आयोग को तय करना है की वो क्या करेंगे. क़ोरोना का हाल ये है कि मुख्यमंत्री आवास तक पहुंच चुका है.
गौरतलब है कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejaswi Yadav) भी इसी सवाल को उठा कर नीतीश कुमार पर हमला बोल रहे हैं. वे बार-बार कह रहे हैं कि चुनाव की इतनी जल्दी क्या है. जनता कोरोना से परेशान है और नीतीश जी इसके बावजूद चुनाव को लेकर जल्दीबाजी में हैं.ऐसे में तेजस्वी यादव की मांग को एक तरह से जायज ठहरा कर एलजेपी ने ये संकेत तो दे ही दिया है कि भले वो NDA में है लेकिन उसका स्टैंड तेजस्वी यादव से ज्यादा मेल खाता है.चिराग पासवान के इसी बयान को लेकर जेडीयू नेता महेश्वर हज़ारी ने चिराग पासवान पर हमला बोला है.
दरअसल, सीटों के बटवारे को लेकर NDA में घमशान चल रहा है.चिराग पासवान को ये दर सता रहा है कि कहीं बीजेपी और नीतीश कुमार आपस में सीटें बाँट कर उन्हें किनारे न कर दे या फिर उनकी सीटें घटा न दे. वो लगातार कह रहे हैं कि अगर उनके साथ न्याय नहीं किया गया तो वो बड़ा फैसला ले सकते हैं.उन्होंने महागठबंधन के साथ जाने के लिए तो अभीतक नहीं कहा है लेकिन अलग चुनाव लड़ने की चेतावनी देकर महागठबंधन के साथ जाने का संकेत भी एक तरह से दे दिया है.
तेजस्वी यादव भी इशारों में चिराग पासवान को साथ आने का ऑफर दे चुके हैं. कांग्रेस की तरफ से अखिलेश सिंह भी चिराग को लेकर इशारा दे चुके हैं. जाहिर सी बात है ऐसे में चिराग की नाराजगी और जेडीयू का पलटवार एनडीए के लिए अच्छे संकेत नहीं है. जबकि बीजेपी की पूरी कोशिश है कि मामला जल्द से जल्द और सही तरीके से सुलझ जाए.
Comments are closed.