तेजस्वी की सियासी शब्दावली पर भड़की जेडीयू, नीरज बोले-‘चरवाहा विद्यालय में सीखी हिन्दी’
सिटी पोस्ट लाइवः बदलते वक्त के साथ सियासत की शब्दावली भी बदलती रही है। राजनीति की डिक्शनरी में नये-नये शब्द जुड़ते रहे हैं और सियासत को इन नये-नये शब्दों के रूप में राजनीतिक विरोधियों पर सियासी हमले का हथियार मिलता रहा। कई बार सियासत की ऐसी शब्दावली न सिर्फ राजनीति को गरमा देती है बल्कि विरोधियों को हमले का मौका दे देती है। बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की सियासी शब्दावली ने भी बिहार की राजनीति को गरमा दिया है। दरअसल पहले तेजस्वी यादव ने अपने ट्वीट में लिखा-‘नीतीश जी किस नाम की मजदूरी माँग रहे है?
मुजफ्फरपुर बालिका गृह में 34 बच्चियों के साथ हुए जनबलात्कार व उन दरिदों को बचाने या 2013 में ठश्रच् को लात मारने या 2017 में 11 करोड़ लोगों के जनादेश का चीरहरण करने या सृजन घोटाला समेत 40 अन्य घोटाले करने के नाम पर मजदूरी माँग रहे है? बताओ’
बबुआ, पिताजी ने चरवाहा स्कूल में लगता है आपको हिंदी की शिक्षा दिलाई थी..जनांदोलन तो सुना था,परन्तु जनबलात्कार!
चुनाव में हार देख बिहार की लड़कियों के लिए ऐसे शब्दों का इस्तेमाल न करे!?
आवासगृह की जांच CBI कर रही है,जो भी दोषी होगा,सजा मिलेगी..
चारा मामले में भी देर से मिली थी..! https://t.co/a9DREk59jm— Neeraj kumar (@neerajkumarmlc) April 23, 2019
तो तेजस्वी की इस सियासी शब्दावली पर जेडीयू हमलावर हो गयी है। जेडीयू प्रवक्ता नीरज ने अपने ट्वीट के जरिए तेजस्वी को जवाब देते हुए लिखा कि-‘‘बबुआ, पिताजी ने चरवाहा स्कूल में लगता है आपको हिंदी की शिक्षा दिलाई थी..जनांदोलन तो सुना था,परन्तु जनबलात्कार!
चुनाव में हार देख बिहार की लड़कियों के लिए ऐसे शब्दों का इस्तेमाल न करे!?
आवासगृह की जांच ब्ठप् कर रही है,जो भी दोषी होगा,सजा मिलेगी..
चारा मामले में भी देर से मिली थी..!’ं
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