साझा प्रेस वार्ता में महागठबंधन का हमला, कहा-जेब भरने के लिए लागू हुई शराबबंदी
सिटी पोस्ट लाइव : लोकसभा चुनाव को लेकर बिहार की सियासत गर्म है. विपक्ष लगातार सत्ताधारी पार्टियों पर हमला करने में कोई कसर नहीं छोड़ रही. लगातर सभाओं और प्रेस वार्ता के जरिए केंद्र और प्रदेश सरकार को घेरने में लगी है. इसी क्रम में एकबार फिर महागठबंधन के सभी बड़े नेताओं ने साझा प्रेस वार्ता में नीतीश कुमार समेत उनकी सरकार पर कई संगीन आरोप लगाए. बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और प्रतिपक्ष नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि जेडीयू देश की पहली पार्टी है जिसने तीसरे चरण के चुनाव होने तक अपना मेनिफेस्टो जारी नहीं किया है. हम इसका कारण जानना चाहते हैं. तेजस्वी ने बिहार में बढ़ते अपराध को लेकर तीखा हमला किया और कहा कि नीतीश जी कहते थे कि क्राइम, करप्शन से समझौता नहीं करेंगे लेकिन अभी ऐसा कुछ भी नहीं हो रहा.
तेजस्वी ने विशेष राज्य के दर्जे पर भी सीएम नीतीश कुमार को घेरा और कहा कि हमारे चाचा जब बीजेपी से हटे तो उन्होंने लोगों से हस्ताक्षर कराया और वो भी एक करोड़ से ज्यादा लोगों का. अब तो बिहार में डबल इंजन की सरकार लेकिन स्पेशल स्टेटस को लेकर वो खामोश क्यों हैं. उन्होंने कहा कि बिहार के लोगों को यहां की सरकार लगातार ठग रही है. वो अपनी मांगों को पीएम के समक्ष क्यों नहीं रख रहे.
शराबबंदी को लेकर भी तेजस्वी ने बिहार सरकार पर बड़ा आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि नीतीश जी ने शराबबंदी नशामुक्ति के लिए नहीं कराया है बल्कि अपनी जेब भरने के लिए किया है. आज बिहार में शराब की होम डिलीवरी हो रही है. 1500 रुपए की शराब में 1300 रुपए सरकार के पास जा रहा है और दिखावे के लिए कि कार्रवाई हुई है केवल दलितों पर केस हो रहा है. तेजस्वी ने कहा कि अपना पॉकेट भरने के लिए नीतीश कुमार ने शराबबंदी की लेकिन उसमें भी इंजीनियरिंग वाला दिमाग लगाया. हमारे चाचा आज जनता से मजदूरी मांग रहे हैं लेकिन वो किस बात की मजदूरी मांग रहे हैं ये सभी को पता है. प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने कहा कि कोई ऐसा सगा नहीं है जिसे नीतीश कुमार ने ठगा नहीं है. वो अपने साथ के नेताओं को ठगने के साथ ही अब बिहार की जनता को भी ठग रहे हैं.
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