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जल, जंगल, जमीन और सम्मान बचाना है, तो सत्ता में परिवर्तन लाना है : हेमंत सोरेन

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जल, जंगल, जमीन और सम्मान बचाना है, तो सत्ता में परिवर्तन लाना है : हेमंत सोरेन

सिटी पोस्ट लाइव, रामगढ़: झारखंड में भाजपा की सरकार यह कैसा विकास कर रही है। यहां हर दिन एक लाश गिर रही है। कभी किसान आत्महत्या कर रहे हैं, तो कभी गरीब भूख से मर रहा है। यहां तक कि युवा पीढ़ी रोजगार के लिए अपनी जान दे रही है। क्या लाशों पर पर भाजपा सरकार अपना ऐतिहासिक पल लिखना चाहती है। यह बातें बुधवार को बदलाव यात्रा में पूर्व मुख्यमंत्री और झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन ने कही। बदलाव यात्रा के दौरान रामगढ़ के छावनी परिषद मैदान में हजारों लोगों की भीड़ को हेमंत सोरेन संबोधित कर रहे थे। हेमंत कहा कि भाजपा की सरकार झारखंड और चूहे की तरह उतर रही है। अगर झारखंडीयों को अपना जल, जंगल, जमीन और आत्म सम्मान बचाना है तो उन्हें राज्य में सत्ता परिवर्तन करना ही होगा। हेमंत ने कहा कि आदिवासियों ने सबसे पहले अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ लड़ाई लड़ी। आजादी के बाद भी जब उनकी उपेक्षा होती रही तो उन्होंने अलग प्रदेश के लिए आंदोलन किया। लंबी लड़ाई के बाद झारखंड प्रदेश बना। आज झारखंड की सत्ता उन लोगों के हाथ में है जो कभी चाहते ही नहीं थे कि आदिवासियों को उनका हक मिले। आज वे यहां के आदिवासी और मूल वासियों का शोषण कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि झारखंड की खनिज संपदा और जमीन को लूटा जा रहा है। एक साजिश के तहत यहां के लोगों को भूमिहीन बनाने की योजना तैयार कर ली गई है। जब जमीन ही नहीं रहेगा तो आदिवासियों का अस्तित्व भी नहीं बचेगा। हेमंत सोरेन ने कहा कि आज युवा पीढ़ी डिग्री तो हासिल कर ले रहा है, लेकिन उसे नौकरी नहीं मिल रही। यही वजह है कि आज आत्महत्या करने वालों की सूची में भाजपा नेताओं के बच्चे भी शामिल हो गए हैं। उन्होंने कहा कि राज्‍य के मुखिया रघुवर दास ने शहर से लेकर गाँव तक में निराशा का माहौल बना दिया है। यहां के किसानों की जमीन पूंजीपतियों को दी जा रही है। हालात यह है कि कोई सरकार से सवाल करे तो उसे जेल जाना होगा नहीं तो उसे जान देनी होगी। आज झामुमो अपने सपनों को कुचलने का अधिकार भाजपा को नहीं दे सकते। एक भी भाजपाई नहीं है जो झारखंड के आंदोलन में शामिल रहा हो। उन्होंने आजसू को भी आड़े हाथों लेते हुए कहा कि एक ओर स्थानीय नीति पर आजसू भाजपा के साथ सांठगांठ करती है और कैबिनेट के बाहर आकर घड़ियाली आंसू बहाती है। ऐसे दोहरे चरित्र वाली पार्टियों से भी सावधान रहना है। पहले प्रदेश में कोयला सिर्फ कोल इंडिया निकालता था। बाद में टाटा, बिरला, उषा मार्टिन को इसमें शामिल किया गया। लेकिन अब 2020 में विदेशी कंपनियों को निवेश करने के लिए सारे खदान का दोबारा ऑक्शन कराने की तैयारी की जा रही है। भाजपा चाहती है कि यहां के लोग सिर्फ मजदूर बनकर रहें। हेमंत सोरेन ने कहा कि जमीन की सरकार बनती है तो निजी कंपनी में झारखंड वासी को 75 प्रतिशत आरक्षण मिलेगा। उन्होंने कहा कि आज प्रदेश में भाजपा हर गांव तक अपने एजेंट भेज चुकी है। सरकारी कर्मचारी तो हड़ताल पर हैं, लेकिन भाजपा के दलाल गांव-गांव में जाकर लोगों को भ्रम जाल में फंसा रहे हैं। अगले चुनाव में जनता को इनसे सावधान रहने की जरूरत है। सभा को संबोधित करते हुए गोमिया के पूर्व विधायक योगेंद्र महतो ने राज्य सरकार पर सीधे कटाक्ष करते हुए कहा कि सरकार स्कूल नहीं शराब के ठेके चलाना चाहती है। आज स्कूलों में शिक्षक नहीं हैं, लेकिन खिचड़ी परोस दुकान में भी शराब बेचने की योजना बन कर तैयार हो गई है। उन्होंने कहा कि रामगढ़ में झंडा डंडा पार्टी भी है, जो लोगों को सिर्फ लूट रही है। इस पार्टी का उद्देश्य से व्यापार करना है। जब सत्ता व्यापारी की होगी तो जनता भिखारी ही रहेगी।

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