सिटी पोस्ट लाइव : बिहार (Bihar) की राजधानी पटना (Patna) में शनिवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समेत उनके करीबी अधिकारियों के खिलाफ FIR दर्ज दर्ज कराने थाने पहुंचे IAS अधिकारी सुधीर कुमार (IAS Sudhir Kumar) घंटों थाने में बैठे रहे. पर थाने में किसी ने FIR दर्ज नहीं किया. पटना के गर्दनीबाग स्थित SC-ST थाने में आज दोपहर कागजातों के साथ सचिव सुधीर कुमार पहुचे थे. घंटों खड़े रहने के बाद थानेदार ने यह कहते हुए FIR दर्ज करने से मना कर दिया की FIR कि कॉपी अंग्रेजी में लिखी गई है. बाद में निराश होकर सुधीर कुमार को वापस लौटना पड़ा. थानेदार में सीनियर अधिकारी का थाने में मामला दर्ज नहीं होने का ये मामला अब राजनीतिक तूल पकड़ता जा रहा है.
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Leader of Opposition Tejashwi Yadav) ने कई सवाल खड़े किये हैं. तेजस्वी यादव ने कहा कि सुधीर कुमार मुख्यमंत्री (CM Nitish Kumar) और अधिकारियों पर FIR दर्ज करने पहुंचे थे. पर बिहार में FIR तक दर्ज नहीं होता. बिहार में सचिव स्तर के अधिकारी की भी नहीं सुनी जाती तो आम आदमी की कौन सुनेगा. तेजस्वी ने कहा कि किस बात से सीएम नीतीश कुमार डर रहे हैं. मुझ पर भी FIR दर्ज हुआ था तो मैंने खुलकर कहा था कि कानून जो भी करवाई करनी चाहे करे. तेजस्वी ने मामले को गंभीर बताते हुए कहा कि अगर FIR दर्ज होता है तो सीएम नीतीश कुमार और उनके प्रधान सचिव बुरे फसेंगे. आज बिहार में मंत्री, विधायक और अधिकारी सभी सवाल खड़े कर रहे है.
आईएएस अधिकारी की FIR दर्ज नहीं होने पर सवाल खड़ा करते हुए कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता राजेश राठौर ने कहा कि कौन सी राज को छुपाने की कोशिश की जा रही है. अगर मामला सामने आया तो कई प्रधान सचिव स्तर के अधिकारी जेल में जाएंगे.बिहार में 2017 में हुए इंटर स्तरीय पहले प्रतियोगिता परीक्षा में प्रश्नपत्र लीक होने के मामले में सुधीर कुमार का नाम आया था. जांच के बाद सुधीर कुमार को गिरफ्तार किया गया था. इसके बाद बिहार के आईएएस लॉबी में हड़कंप मच गया था.
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