सिटी पोस्ट लाइव : जदयू प्रवक्ता अभिषेक झा ने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने नीतीश कुमार जी से प्रभावित होकर उन्हें सच्चा समाजवादी नेता बताया है क्योंकि उन्होंने अपने परिवार के किसी सदस्य को राजनीति में मौका नहीं दिया। इस पर शिवानंद तिवारी जी का बयान उनकी बेचैनी को दर्शाता है, क्योंकि वे जिस पार्टी में चाटुकारिता की राजनीति कर रहे हैं वह पार्टी वंशवाद और परिवारवाद की प्रतीक है। शिवानंद तिवारी जी खुद भी परिवारवाद और वंशवाद के प्रतीक हैं।
अपने पिता से राजनैतिक विरासत ली और अब पुत्र को यह विरासत सौंपकर समायोजित करने के लिए बेचैन है। इनको यह बताना चाहिए कि इन्होंने अपने पिता पर और इनके पुत्र ने इन पर इस राजनैतिक मौके के लिए कितना दबाव बनाया था? शिवानंद तिवारी जी को यह नहीं भूलना चाहिए कि हमारे नेता नीतीश कुमार जी ने ही मुश्किल वक्त में उन्हें विधानसभा और फिर राज्यसभा भेजा था और आज पुत्र मोह में अपने पुत्र का कैसे भी राजनैतिक समायोजन हो जाए इसके लिए लालू प्रसाद यादव जी और उनके पूरे परिवार के सामने शिवानंद तिवारी जी को दंडवत होना पड़ता है।
अपने इन्हीं नेताओं को खुश करने के लिए इतने निचले स्तर का बयान उन्होंने दिया है। आए दिन लालू प्रसाद यादव जी के बड़े सुपुत्र तेज प्रताप यादव जी से बेइज्जत होना भी इन्हें गवारा है क्योंकि इन लोगों के लिए राजनीतिक स्थान पाना सबसे महत्वपूर्ण है। हमारे नेता के खिलाफ इस तरह के निजी बयान देने की इन लोगों की कोई राजनीतिक हैसियत नहीं है। स्वाभिमान के साथ समझौता करके इतने निचले स्तर की राजनीति करना इनकी आदत में शुमार है।
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