सुन्नी वक्फ बोर्ड के फैसले का गिरिराज सिंह ने किया स्वागत, कहा- यह एक उपयोगी कदम
सिटी पोस्ट लाइव : अयोध्या मामले पर 40 दिन की सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने अपना फैसला सुरक्षित रख लिया. 5 जजों की संविधान पीठ ने जमीन विवाद से जुड़े सभी पक्षों को 3 दिन के भीतर मोल्डिंग ऑफ रिलीफ पर लिखित जवाब दाखिल करने को कहा है, यानी मालिकाना हक किसी एक या दो पक्ष को मिल जाए तो बचे हुए पक्षों को क्या वैकल्पिक राहत मिल सकती है. वहीं केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने सुन्नी वफ्फ़ बोर्ड का धन्यवाद किया है.
दरअसल बेगूसराय में गिरिराज सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि सुन्नी वक्फ बोर्ड ने राम मंदिर भूमि पर से अपना दावा वापस ले लिया है तो यह स्वागत योग्य है. देश में सामाजिक समरसता बरकरार रखने के लिए यह एक उपयोगी कदम है. दरअसल, दशकों से चले आ रहे राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद में आज उस वक्त नया मोड़ आ गया था जब उत्तर प्रदेश सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड ने इस मामले में दायर केस को वापस लेने का फैसला किया था.
वक्फ बोर्ड ने मध्यस्थता पैनल के जरिए इस बाबत सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दाखिल किया था. हलफनामे में सुन्नी वक्फ बोर्ड ने सुप्रीम कोर्ट से कहा था कि वह अपना केस वापस लेना चाहता है. वक्फ बोर्ड ने यह हलफनामा अयोध्या विवाद को सुलझाने को लेकर गठित मध्यस्थता पैनल के सदस्य श्रीराम पंचू के माध्यम से सुप्रीम कोर्ट में दाखिल किया था. बता दें कि इससे पहले गिरिराज सिंह ने दोपहर में राम मंदिर को लेकर बड़ा बयान दिया है. तब उन्होंने कहा था कि मुझे कोर्ट पर पूरा भरोसा है और जो होगा वह अच्छा ही होगा. साथ ही उन्होंने कहा कि राम मंदिर जरूर बनेगा.
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