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एक्सक्लूसिव इंटरव्यू : ‘चमकी से मौत पर नीतीश क्यों निशाने पर, बीजेपी के नेताओं मंत्रियों से हो सवाल’

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एक्सक्लूसिव इंटरव्यूः ‘चमकी से मौत पर नीतीश क्यों निशाने पर, बीजेपी के नेताओं मंत्रियों से हो सवाल’

सिटी पोस्ट लाइवः चमकी बुखार से होने वाली मौतों को लेकर सीएम नीतीश कुमार विपक्ष के निशाने पर हैं। जन अधिकार पार्टी के संरक्षक सह पूर्व सांसद पप्पू यादव ने कहा है कि सीएम नीतीश कुमार पर निशाना साधा जाना ठीक नहीं है। सिटी पोसट लाइव के एडिटर इन चीफ श्रीकांत प्रत्यूष से बातचीत करते हुए पप्पू यादव ने कहा कि इस पूरे मामले को लेकर सिर्फ नीतीश कुमार पर हीं निशाना क्यों साधा जा रहा है। नीतीश कुमार तो नैतिकता के अधार पर इस्तीफा देते रहे हैं और इस्तीफा लेते भी रहे हैं।

वैशाली और मुजफ्फरपुर के सांसद गायब रहे। केन्द्रीय मंत्री हर्षवर्धन पीसी कर रहे थे, केन्द्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री अश्विनी चैबे सो रहे थे और बिहार के स्वास्थ्य मंत्री क्रिकेट का स्कोर पूछ रहे थे। बीजेपी के नेताओं और मंत्रियसों से सवाल क्यों नहीं पूछा जाता। हांलाकि पप्पू यादव ने यह भी कहा कि चूंकी नीतीश कुमार सीएम हैं इसलिए वे भी जिम्मेवारी से नहीं बच सकते। उन्होंने कहा कि बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय के घर के बाहर और केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डाॅ. हर्षवर्धन के खिलाफ जन अधिकार पार्टी ने लोकतांत्रिक तरीके से विरोध प्रदर्शन किया।

उन्होंने कहा कि मैं भी एसकेएमसीएच में दौरे पर गया था। मेरे सामने अस्पताल में दो बच्चों की मौत हो गयी। अस्पताल में बिजली नहीं थी। ऐसी न हीं चल रही थी। डाॅक्टरों की संख्या पर्याप्त नहीं थी। नसें ट्रेंड नहीं थी। डाॅ. अरविंद के नेतृत्व में जब केन्द्रीय टीम जब गयी थी तो दवा जो तुरंत मिलनी चाहिए वो नहीं मिल रही थी। दो दिनों से दवाएं नहीं आयी थी। दस सालों से यह बीमारी है, 100 सालों से लीची है। लीची खाने से बीमारी नहीं हो सकती। 2014 में डाॅ. हर्षवर्धन ने रिसर्च सेंटर और 100 बेड का अस्पताल बनाने की बात कही थी। सुविधाएं होती तो 100 में 90 बच्चों को बचा सकते थे यह डाॅ. हर्षवर्धन ने कहा था।

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