जलजमाव पीड़ितों का दो घंटे इंतजार करते रहे सुशील मोदी, नहीं आया कोई
सिटी पोस्ट लाइव : राजधानी पटना के कंकरबाग और राजेंद्र नगर ईलाके में 10 दिनों तक जल होने वाले जल जमाव की वजह से लोगों का घर-बार सबकुछ बर्बाद हो गया है.इस बर्बादी के आकलन के लिए डिप्टी सीएम और बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुशील मोदी सोमवार को राजेन्द्र नगर पहुंचे. लेकिन उनसे मिलने कोई जल जमाव पीड़ित नहीं पहुंचा. उपमुख्यमंत्री के सचिव शैलेन्द्र कुमार ओझा के अनुसार उपमुख्यमंत्री के एक घंटा इंतजार करने के बावजूद राजेन्द्र नगर के जलजमाव प्रभावितों की ओर से न तो कोई प्रतिनिधिमंडल मिलने आया और न ही उनकी तरफ से कोई ज्ञापन दिया गया.
गौरतलब है कि 27 सितंबर से 29 सितंबर तक खुद सुशील मोदी अपने परिवार के साथ फंसे रहे. उन्हें चौथे दिन एसडीआरएफ की टीम ने सुरक्षित निकाला था. रविवार को पटना में जलजमाव पीड़ितों ने उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के घर का घेराव कर प्रदर्शन किया. पटना के राजेंद्र नगर इलाके में जलजमाव, गंदगी और डेंगू जैसी बीमारी झेल रहे लोगों ने राज्य के डिप्टी सीएम सुशील मोदी का घर घेर लिया है. सैकड़ों की संख्या में रहे लोगों ने मोदी के राजेंद्र नगर स्थित पैतृक घर को लेर लिया और आक्रोशपूर्ण प्रदर्शन कर किया.
आक्रोशित लोगों ने इस दौरान डिप्टी सीएम हाय-हाय के नारे भी लगाए और उनसे मिलने की मांग की. लोगों का कहना था कि सरकार जलजमाव के लिए जिम्मेदार और लापरवाह अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई करें. लोगों के आक्रोश को देखते हुए इलाके में बड़ी संख्या में पुलिस बल को बुलाया गया.
आज जल जमाव पीड़ितों का हाल जानने जब सुशील मोदी राजेंद्र नगर पहुंचे तो कोई उनसे मिलने नहीं आया. शैलेन्द्र ओझा का मानना है कि पटना के लोग समझदार हैं. उन्हें पता है कि ये प्राकृतिक आपदा है. सरकार राहत बचाव के लिए जो कुछ कर सकती है किया है और लोग संतुष्ट हैं. जाहिर है उनके घर का घेराव और प्रदर्शन राजनीतिकरूप से प्रायोजित था.
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