क्या संकल्प रैली में पीएम मोदी ने लिया इस तकनीक का सहारा, लालू ने लगाये हैं आरोप
सिटी पोस्ट लाइवः क्या एनडीए की संकल्प रैली मेें हिन्दी बोलने के लिए पीएम मोदी ने स्पीच टेलीप्राॅम्पटर का सहारा लिया है? यह सवाल इसलिए है क्योंकि लालू यादव ने आरोप लगाया है कि पीएम मोदी ने रैली में अपने संबोधन के दौरान टेलीप्राॅम्पटर का सहारा लेकर भाषण दिया। आगे की बात करें इससे पहले आपको बता दें कि टेेलीप्राॅम्पटर होता क्या है? इसे आमतौर पर एक प्रोम्प्टर या ऑटोक्यू भी कहा जाता है. यह एक ऐसा उपकरण होता है जो किसी वक्ता को दर्शकों के साथ आंखों का संपर्क बनाए रखते हुए, स्क्रिप्ट पढ़ने की अनुमति देता है. इससे वक्ता को कागज पर नोट्स बनाने की जरूरत नहीं होती है और जब वह भाषण देता है तो ऐसा लगता है कि वह भाषण याद करके आया है.Teleprompter का इस्तेमाल परंपरागत रूप से दो कामों के लिए किया जाता है, टीवी प्रस्तुतकर्ता कैमरे में देखते हुए स्क्रिप्ट पढ़ते समय इस तकनीक का उपयोग करते हैं, इसके अलावा राजनेता और सार्वजनिक सभाओं में बोलने वाले हाल के दिनों में इसका इस्तेमाल करते हैं. इस तकनीक का इस्तेमाल पटकथा वाले वीडियो के निर्माण में, पावरपॉइंट में और मंच पर गायकों द्वारा अपनी लाइनों को याद रखने में भी किया जाने लगा है.
बिहार की महान न्यायप्रिय धरा ने औक़ात दिखा दिया। योजना फ़ेल होने की बौखलाहट में आदमी कुछ भी झूठ बक सकता है। जुमले फेंक सकता है।
बिहार में संभावित हार की घबहराहट से आत्मविश्वास इतना हिला हुआ है कि अब हिंदी भी ”स्पीच टेलीप्रॉम्प्टर में देखकर बोलना पड़ रहा है। #BiharRejectsModi
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) March 3, 2019
लालू ने अपने ट्वीट में लिखा कि-‘ बिहार की महान न्यायप्रिय धरा ने औकात दिखा दिया। योजना फेल होने की बौखलाहट में आदमी कुछ भी झूठ बक सकता है। जुमले फेंक सकता है। बिहार में संभावित हार की घबराहट से आत्मविश्वास इतना हिला हुआ है कि अब हिन्दी भी ‘स्पीच टेलीप्राॅम्पटर’ में देखकर बोलना पड़ रहा है।’ इससे पहले भी राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने पीएम मोदी पर निशाना साधा और एनडीए की संकल्प रैली को फ्लाॅप बताया।
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