सिटी पोस्ट लाइव, रांची: झारखंड प्रदेशं भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के प्रदेश अध्यक्ष सह राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश ने कहा है कि वे अपने पुराने बयान पर आज भी अडिग है, हेमंत सोरेन सरकार का गिरना तय हैं। उन्होंने राज्य सरकार को ललकारते हुए यह भी कहा कि कल सोमवार 10 बजे तक वे रांची में हैं, यदि दम हैं, तो उन्हें गिरफ्तार कर दिखायें। उन्होंने सरकार को चैलेंज किया और कहा कि अभी वे प्रदेश कार्यालय में ही रहेंगे और फिर शहर में घूमने निकलेंगे, अगर सरकार में दम है, तो पुलिस उन्हें गिरफ्तार कर दिखाये। दीपक प्रकाश रविवार को रांची स्थित प्रदेश कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।
दीपक प्रकाश ने कहा कि दिल्ली में पार्टी के केंद्रीय पदाधिकारियों के साथ उनकी बैठक है, इसलिए वे दिल्ली जा रहे है और तीन नवंबर को वापस झारखंड आएंगे। उन्होंने कहा कि दुमका में एक प्रशासनिक अधिकारी और एक पुलिस अधिकारी खुलेआम झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) प्रत्याशी के पक्ष में काम कर रहे है, इसकी शिकायत पार्टी की ओर से भारत निर्वाचन आयोग को भी की गयी है। उन्होंने कहा कि सभी जानते हैं कि दुमका में आचार संहिता लगा हुआ है, आचार संहिता के दौरान अधिकारी को किसी नेता के सामने खड़ा नहीं होना चाहिए।
बावजूद इसके दुमका नगर थाना के प्रभारी खड़े होकर कांग्रेस और जेएमएम नेताओं के हाथ से उनके खिलाफ लिखा आवेदन ले रहे हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि जो भी धाराओं के तहत उनके खिलाफ मामला दर्ज हुआ है, वे सभी जेएमएम की तरफ से लिखकर पुलिस को दिया गया है, जेएमएम ने जो-जो धाराएं लिखकर दी, पुलिस ने वहीं धाराएं लगायी हैं। उन्होंने कहा कि एनआईए ने कोरेगांव मामले की राष्ट्रविरोधी शक्तियों के साथ संलिप्तता के आरोप में स्टेन स्वामी के खिलाफ 5000 पेज का आरोप पत्र दाखिल किया है, लेकिन हेमंत सोरेन 20 उनकी गिरफ्तारी के 20 मिनट के अंदर उन्हें बेगुनाह करार दे देते है, जबकि उनके जैसे राष्ट्रभक्त के के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दायर कर दिया जाता है।
दीपक प्रकार ने कई बार यह दोहराया कि हेमंत सरकार जल्द ही गिर जाएगी, उन्होंने कहा कि यह सरकार अपने अंतर्विरोधों की वजह से खुद-ब-खुद गिर जाएगी। सरकार गिरने और यूपीए का कौन विधायक उनके संपर्क में है, इस सवाल पर दीपक प्रकाश ने कहा कि समय आने पर सबकुछ सामने आ जाएगा और इस सरकार का गिरना तय है। उन्होंने कहा कि हेमंत सरकार के गठन के साथ ही पश्चिमी सिंहभूम में सात आदिवासियों का नरसंहार होता है, बोकारो, देवघर समेत विभिन्न जिलों से भूख से मौत हो जाती है, कानून व्यवस्था की स्थिति निरंतर गिर रही है, सभी विकास के काम बंद है, दस महीने में एक इंच सड़क का निर्माण नहीं हुआ, नक्सली घटनाओं में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है, इन मुद्दों पर वे लगातार सरकार से सवाल पूछते रहेंगे।
Comments are closed.