बसों की ओवरलोडिंग पर जिला कलेक्टर का डंडा, परमिट रद्द करने का जारी किया फरमान , महिला कलक्टर शैलजा शर्मा ने ओवरलोडिंग (सवारी और माल) पर बस मालिकों के परमिट रद्द करने का जारी किया है फरमान, कलेक्टर के आदेश को ठेंगा दिखाकर बस मालिक हो रहे हैं मालामाल, नीतीश तेरे राज में क्या से क्या हो रहा है.
सिटी पोस्ट लाइव, एक्सक्लूसिव : वर्षों बाद सहरसा को एक बढ़िया आई.ए.एस. पदाधिकारी नसीब हुआ है। उसमें भी एक महिला शैलजा शर्मा जिला कलेक्टर बनी हैं। आते ही इनके काम करने के तरीके ने जिलेवासियों में उम्मीद की एक नई और साबूत किरण जगा दी है। जिला समाहरणालय से लेकर ग्रामीण इलाके में जाकर विभिन्न विभागों का औचक निरीक्षण कर अधिकारी और कर्मी को शालीनता से ही सही, लेकिन कड़ी हिदायत देने वाली इस महिला कलेक्टर के फरमान को बस मालिक पलीता लगा रहे हैं।जिला कलेक्टर ने ओवरलोडिंग को लेकर यह निर्देश जारी किया है कि कोई भी बस मालिक बस की छत पर सवारी नहीं चढ़ाएंगे और भीतर में भी सीट के मुताबिक ही यात्री रहेंगे। सामान भी मानक के अनुसार लादे जाएंगे। लेकिन हद की इंतहा देखिए कि श्रीमती शर्मा का फरमान रद्दी का जिंदा इश्तेहार साबित हुआ। लेकिन अब उनकी यह मनमानी नहीं चलेगी. जिला कलेक्टर ने ऐसे बस मालिकों पर डंडा चलाया है जो कानून को तक पर रख कर जानलेवा सफ़र बना रहे हैं।जिला कलेक्टर ने आदेश जारी कर कहा है कि यदि कोई भी बस ओवरलोडिंग के साथ सफ़र करते पाई गई तो उनका परमिट रद्द कर दिया जायेगा।बस मालिक रात के अंधेरे को छोड़िए, दिन के उजाले में बस के अंदर और छत पर लोगों के कारवां को जानलेवा सफर बना रहे हैं। इस बाबत हमने जिलाधिकारी शैलजा शर्मा से मोबाइल पर सिटी पोस्ट लाइव के रिपोर्टर ने बात की तो उन्होंने कहा कि परिवहन विभाग के गाईड लाइन के मुताबिक उन्होंने आदेश जारी किए हैं। अगर ऐसा हो रहा है तो वे जिला परिवहन पदाधिकारी को शख्त निर्देश देंगी और ऐसे बस मालिकों पर कठोर कारवाई होगी। वाकई सहरसा एक अदद बढ़िया जिलाधिकारी के लिए तरसता रहा है। अभीतक शैलजा शर्मा तहजीब, तमीज और अपनी कार्यशीली से लोगों के दिलों में उतर चुकी हैं। हम उम्मीद करते हैं कि वे लोगों के दिलों पर राज करें।
सहरसा से संकेत सिंह की रिपोर्ट
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