फासले मिटाने के लिए निर्णायक लड़ाई जरूरी : सुदेश महतो
सिटी पोस्ट लाइव, रांची : इचागढ़ में स्वराज स्वाभिमरा का दूसरा चरण पूरा करते हुए आजसू पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष सुदेश कुमार महतो ने कहा है कि हर चुनाव के बाद जनता हार जाती है और गांव हार जाता है। जबकि यही हारने वाला आम अवाम विधायक, सांसद और सरकार चुनती है। चुनावों के बाद आम अवाम कैसे हार जाती है, शासन और सियासत करने वाले गांवों के लोगों के साथ बिना अगर- मगर किए और दबाव बनाए खुले दिल से साझा संवाद करके देख लें उन्हें पता चल जाएगा। महतो ने शुक्रवार को इचागढ़ के लुपपुंगडीह, जांता, मतकमडीह, चलियामा, बाड़ेदा समेत दर्जन भर गांवों में पद यात्रा के साथ चौपाल लगाई। महतो ने लोगों का आह्वान किया कि इस फासले को खत्म करने के लिए बड़ी और निर्णायक लड़ाई लड़नी होगी। इसके लिए ही गांव-गांव जाकर वे वातावरण तैयार करने में जुटे हैं। पांच हजार गांवों में जाना उनका अभियान और निश्चय है। उन्होंने कहा कि इस राज्य में स्वराज और स्वाभिमान जैसे विषय दो तरह के बना दिए गए हैं। सरकार अपनी मर्जी से काम करेगी और पब्लिक अपने हाल में रहेगी। पांच तल्ले वाले सचिवालय भवन को दस तल्ले का बनाया जाएगा। ब्लॉक और कलेक्ट्रेट बिल्डिंग बदल जाएंगे, साहब दस हजारी कुर्सी पर बैठेंगे, पर आखिरी कतार में शामिल लोग एक अदद छत, पेंशन, राशन और रोजगार के लिए तरसते रहेंगे। गांव और पंचायत के फैसले सरकारी तंत्र की मर्जी पर लागू हो होगी, बच्चे स्कूलों में शिक्षकों की कमी का रोना रोयेंगे साथ ही युवा रोजगार-नौकरी के लिए अनिश्चितता में जीयेगा। इनके अलावा शासन और आम आदमी के बीच स्वाभिमान का मकसद भी अलग अलग होगा।
उन्होंने कहा कि यह मौका होगा जब हम और आप बाहरी ताकतों से नहीं शासन और सिस्टम से लड़कर यह स्थापित कर सकेंगे कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में जन और गण वोट देगा और हारेगा भी नहीं।
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