डाॅक्टरों के सर फूटा मासूमों की मौत का ठीकरा, मंत्री जी बोले-‘ डाॅक्टरों से पूछिए सवाल’
सिटी पोस्ट लाइवः बिहार में मासूमों की मौत पर सियासत भी खूब हो रही है। एक तरफ चमकी माहामारी साबित हुई है और इस जानलेवा बीमारी से मरने वाले बच्चों की संख्या 180 के पार पहुंची है और इतनी बड़ी संख्या में मासूमों की मौत का ठीकरा फोड़ने के लिए सर ढूंढा जा रहा है। बिहार सरकार में भवन निर्माण मंत्री अशोक चैधरी ने अजीबो-गरीब बयान दिया है। आज बिहार विधान मंडल के मानसून सत्र में हिस्सा लेने जब मंत्री पहुंचे तो पत्रकारों ने उनसे सवाल पूछा कि क्या सरकार ने मासूमों की मौत को लेकर किसी की जिम्मेदारी तय की है। अशोक चैधरी ने इस सवाल का जवाब देते हुए कहा कि मैं डाॅक्टर नहीं हूं।
डाॅक्टरों और इस बीमारी को लेकर रिसर्च कर रहे लोगों से पूछा जाना चाहिए कि क्यों आज तक इस बीमारी का इलाज वे नहीं ढूंढ पाए। उन्होनंे कहा कि सरकार का काम रिसर्च के लिए सुविधाएं उपलब्ध कराना होता है और सरकार ने सुविधाएं उपलब्ध करवायी है। विपक्ष के कार्य स्थगन प्रस्ताव पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए अशोक चैधरी ने कहा कि विपक्ष कार्यस्थगन प्रस्ताव लाया। प्रस्ताव पर चर्चा हुई।
बहस हुई। विपक्ष बहस के लिए तैयार हीं नहीं था उसके लिए विपक्ष के पास कोई डाटा नहीं है। कोई मुद्दा नहीं है। अशोक चैधरी ने तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि तेजस्वी यादव को जवाब देना चाहिए कि वे सदन क्यों नहीं आ रहे हैं। पटना आने के बाद भी सदन नहीं आए। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष को बहस में हिस्सा लेना चाहिए था लेकिन वे नहीं आए इसका जवाब उनको जनता को देना होगा।
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