सिटी पोस्ट लाइव : बिहार में कोरोना पर लगाम लगता जा रहा है.कोरोना के सैम्पल की जांच जैसे जैसे बढ़ती जा रही है,संक्रमण की रफ़्तार धीमी पड़ती जा रही है. स्वास्थ्य विभाग के तरफ से 21 अगस्त को राज्य भर में किए गए कोरोना कि जांच में 2238 से संक्रमित मरीज मिले हैं. जो कि पिछले 15 दिनों में सबसे कम है.जिन जिलों में संक्रमण के सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं उसमें राजधानी पटना में 279, पूर्णिया में 101, पूर्वी चंपारण 143, मधुबनी में 113, समस्तीपुर में 66, सिवान में 60, भोजपुर में 68,औरंगाबाद में 65 जबकि भागलपुर में 67 मामले शामिल है.
बिहार में कोरोना संक्रमितों के ठीक होने की दर (रिकवरी रेट) निरंतर बढ़ रही है. पिछले 15 दिनों में रिकवरी रेट 64.44 से बढ़कर 78.05 प्रतिशत हो गया है. इस तरह इसमें करीब 14 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. यह राष्ट्रीय औसत 74.30 से करीब चार प्रतिशत अधिक है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा शुक्रवार को बुलाई गई समीक्षा बैठक में स्वास्थ्य विभाग ने यह जानकारी दी.
विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने बताया कि सात अगस्त तक कोरोना के आठ लाख 70 हजार 852 सैंपल्स की जांच हुई थी, जो आज की तिथि में बढ़कर 22 लाख 28 हजार 516 पहुंच गयी है. उन्होंने जानकारी दी कि राज्य के 13 जिलों में दस प्रतिशत से ज्यादा पॉजिटिव रेशियो है. इसे नियंत्रित करने के लिए प्रभावी रूप से कार्य किये जा रहे हैं। आरटीपीसीआर, ट्रूनेट और रैपिड एंटीजन टेस्ट को मिलाकर प्रतिदिन एक लाख 15 हजार से अधिक सैंपल्स की जांच की जा रही है.
अगर इसी तरह कोरोना के रोकथाम में सफलता मिलती रही तो चुनाव तक सबकुछ सामान्य हो सकता है. गौरतलब है कि चुनाव आयोग चुनाव का गाईडलाईन जारी कर समय पर चुनाव कराये जाने का संकेत दे दिया है.सूत्रों के अनुसार 15 सितम्बर तक अचार संहिता लागू हो जाएगा और अक्टूबर के अंतिम और नवम्बर के प्रथम सप्ताह तक चुनाव संपन्न हो जायेगें.सूत्रों के अनुसार दो चरणों में चुनाव इसबार कराने की तैयारी है.
Comments are closed.