सिटी पोस्ट लाइव : कोरोना संकट के बीच महंगाई का संकट भी पैदा हो है है. अब टमाटर (Tomato) की कीमत आसमान छू रही है. 20 रुपये किलो बिकने वाला लाल टमाटर अब 80 रुपये किलो बिक रहा है. पिछले कुछ दिनों में टमाटर की कीमत 20 रुपये से 80 रुपये तक पहुंच गया है. सोमवार को लोगों ने 80 रुपये किलो की दर से टमाटर खरीदा.
कारोबारियों के मुताबिक बारिश की वजह से प्रदेश में टमाटर की फसल खराब हो गयी थी. जो टमाटर बाजार में उपलब्ध हैं, वे बेंगलुरु से आ रहे हैं. जिस पर ट्रांसपोर्टेशन खर्च ज्यादा होने की वजह से टमाटर की कीमत 80 रुपये किलो तक पहुंच गयी है.कारोबारियों ने बताया कि पहले टमाटर 600 रुपये प्रति कैरेट मिलता था. एक कैरेट में 18 से 20 किलो टमाटर होता है. लेकिन अब 1300 रुपये कैरेट टमाटर मिल रहा है. यानि टमाटर की प्रति किलो खरीद मूल्य करीब 68 से 70 रुपये पड़ रही है. व्यवसायियों के मुताबिक आगे टमाटर की कीमत और बढ़ सकती है.
मंडी के कारोबारियों के अनुसार बरसात में लोकल सब्जियों की फसल खराब हो गयी है. जबकि सब्जियों की मांग ज्यादा होने की वजह से बाहर से मंगवाना पड़ रहा है. यह मौसम टमाटर का सीजन भी नहीं है. इसलिए टमाटर को बेंगलुरु से मंगवाया जा रहा है. वहां से ज्यादा आपूर्ति नहीं हो पा रही, जबकि इसकी मांग ज्यादा है. इसलिए कीमत में अचानक इजाफा हुआ है.
टमाटर के अलावा 80 से 100 रुपये किलो तक बिकने वाला हरा धनिया भी अब 300 से 400 रुपये प्रति किलो बिक रहा है. सब्जियों के दाम में वृद्धि का एक कारण मॉनसून की बारिश भी है. जिसकी वजह से देहात से सब्जियां बाजार तक नहीं पहुंच पा रही है.हर शब्जी की कीमत बढ़ गई है.5 रूपये किलो बिकनेवाला परवल अब 30 से 40 रुपये किलो बिक रहा है.आलू और प्याज की कीमत में भी उछाल आ गया है.जैसे जैसे बारिश होगी ,बाढ़ आयेगी हरी शब्जियों की कीमत बढ़ जायेगी.
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