लोक सभा चुनाव के लिए 6 नए पहलवानों की खोज में कांग्रेस, आप भी कर सकते हैं कोशिश
मनोज वाजपेयी लड़ सकते हैं चुनाव, जानिये किस सीट से कांग्रेस का कौन हो सकता है प्रत्याशी
लोक सभा चुनाव के लिए 6 नए पहलवानों की खोज में कांग्रेस, आप भी कर सकते हैं कोशिश
सिटी पोस्ट लाइव : महागठबंधन में सीटों का बंटवारा अभीतक नहीं हुआ है. लेकिन अभी से घटक दलों ने अपने अपने हिसाब से अपने मनमाफिक सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी शुरू कर दी है.RJD के बाद महागठबंधन के सबसे बड़े घटक दल कांग्रेस मानकर चल रही है कि उसे कम से कम 12 सीटें मिलेगीं. कांग्रेस ने अपने हिस्से की संभावित सीटों के लिए दमदार प्रत्याशियों की तलाश शुरू कर दी है.सूत्रों के अनुसार दमदार प्रत्याशी नहीं मिलने को लेकर कांग्रेस परेशान है.कांग्रेस की तरफ से दूसरे दलों के वैसे नेताओं की खोज शुरू कर दी गई है, जो दमखम रखते हैं चुनाव जीतने का लेकिन उन्हें टिकेट नहीं मिल पा रहा है.
पिछले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस 12 सीटों पर लोक सभा चुनाव लड़ी थी. हाल में पांच राज्यों में विधान सभा चुनाव में मिली सफलता को लेकर उत्साहित कांग्रेस मानकर चल रही है कि उसे किसी भी हालत में पिछलीबारी से कम सीटें नहीं मिलेगीं.पिछले चुनाव के हिसाब से उसके 6 प्रत्याशी तैयार हैं लेकिन 6 संभावित उम्मीदवारों की तलाश जारी है.
दरभंगा ,सासाराम, सुपौल, समस्तीपुर, कटिहार, किशनगंज के लिए कांग्रेस के पास प्रत्याशी हैं लेकिन पटना साहिब से उसे BJP के शत्रु के हाँ कहने का इंतज़ार है. दरभंगा से कीर्ति झा आजाद की उम्मीदवारी लगभग फाइनल है. औरंगाबाद से इसबार निखिल कुमार की जगह कोई युवा दमदार उम्मीदवार की तलाश है. पूर्णिया से कांग्रेस के टिकेट पर BJP के पूर्व संसद उदय सिंह उर्फ़ पप्पू सिंह लड़ना चाहते हैं. लेकिन पप्पू यादव भी कांग्रेस से यहीं सीट मांग रहे हैं. हाजीपुर से संजीव टोनी दावेदार हैं लेकिन कांग्रेस कोई और दमदार प्रत्याशी खोज रही है. वाल्मीकि नगर से कांग्रेस फिल्म अभिनेता मनोज वाजपेयी को मैदान में उतारने की कोशिश कर रही है. नालंदा से बीजेपी के एक विधायक को उम्मीदवार कांग्रेस बना सकती है. लेकिन नवादा सीट के दावेदार दो नेता हैं. एक हैं कांग्रेस के श्याम सुन्दर सिंह धीरज और अनिल शर्मा .खगड़िया से कांग्रेस के टिकेट पर एलजेपी के सांसद महबूब अली कैसर चुनाव लड़ सकते हैं.
असरारुल हक के निधन के बाद कांग्रेस को किशनगंज के लिए प्रत्याशी की तलाश है. लालू सरकार में मंत्री रह चुके असरारुल के भाई राहिद उर रहमान को या फिर विधायक डॉ. जावेद पर कांग्रेस दांव आजमा सकती है.जावेद कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव भी हैं.पिछले लोकसभा चुनाव में सुपौल से रंजीत रंजन और किशनगंज से मो. असरारूल हक ने बिहार में कांग्रेस की लोक सभा चुनाव में प्रतिष्ठा बचाई थी. कटिहार से राकांपा के टिकट पर तारिक अनवर सांसद बने थे, जो अब कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं. सासाराम से लोकसभा की पूर्व स्पीकर मीरा कुमार का प्रत्याशी बनना तय है.
बिहार की दो लोक सभा सीट समस्तीपुर और मधुबनी से महागठबंधन के उम्मीदवारों की बहुत कम मतों के अंतर से हार हुई थी. समस्तीपुर में अशोक राम और मधुबनी में अब्दुल बारी सिद्दीकी बहुत कम अंतर से हारे थे. अशोक के लिए अबकी माहौल को मुफीद माना जा रहा है.औरंगाबाद सीट से अवधेश सिंह चुनाव लड़ने के दावेदार हैं .लेकिन इस सीट को इसबार फतेह सिंह कुशवाहा को RJD लड़ना चाहता है. कुशवाहा की हाल में ही RJD में शामिल हुए हैं.
Comments are closed.