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कांग्रेस कहती तो है All Is Well, लेकिन उन्हीं के नेता ने दे दिया बड़ा बयान

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सिटी पोस्ट लाइव : बिहार विधानसभा चुनाव से पहले लोकसभा चुनाव में महागठबंधन को करारी शिकस्त मिली. देश की सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस को बिहार में एक सीट से संतुष्ट होना पड़ा, जबकि गठबंधन की बाकी पार्टियों को पानी तक नसीब नहीं हुआ. इसके बाद आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी हुआ. ठीक वैसे ही विधानसभा चुनाव में देखने को मिल रहा है. आरोप-प्रत्यारोप का दौर कांग्रेस में शुरू है, हालांकि कांग्रेस के कुछ नेता सब कुछ ठीक होने का दावा कर रहे हैं. इतना ही नहीं खरमास के बाद सरकार बनने और नीतीश कुमार की सरकार गिरने की बात कह रहे हैं.

लेकिन अब जो ताजा बयान सामने आया है. वो जाहिर करता है कि कांग्रेस के भीतर बहुत बवाल मचा हुआ है. कांग्रेस इनदिनों अंदरूनी कलह से गुजर रहा है. पार्टी में विधायकों के टूट का दावा करने वाले वरीय नेता भरत सिंह ने एक बार फिर से प्रदेश अध्यक्ष पर सनसनीखेज आरोप लगाए हैं. कांग्रेस नेता और पूर्व विधायक भरत सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा है कि कांग्रेस के बिहार प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा विधायकों को तोड़कर जदयू में जाना चाह रहे हैं, ताकि उनको उस पार्टी में अशोक चौधरी की तरह मंत्री का पद मिल सके. लगे हाथों उन्होंने कहा कि बहुत जल्द ही मदन मोहन झा भी प्रदेश अध्यक्ष के पद से हटाए जा रहे हैं.

भरत सिंह ने कहा कि बिहार प्रदेश को नए प्रभारी के रूप में भक्त चरण दास मिले हैं जो कि 11 और 12 जनवरी को बिहार दौरे पर आ रहे हैं. मैं उनसे मुलाकात करने के बाद कांग्रेस की गड़बड़ियों को बताऊंगा. बिहार में पार्टी महज खरीद-बिक्री की पार्टी बन गई है और लोकसभा से लेकर विधानसभा तक के टिकट बेच दिए जा रहे हैं. पूर्व विधायक ने कहा कि पार्टी के तीन पूर्व अध्यक्ष ऐसा कर चुके हैं कि वो कांग्रेस से निकलकर अपने कुछ लोगों के साथ जेडीयू या अन्य दलों में जाकर मिले हैं, जबकि पार्टी के बूथ स्तरीय कार्यकर्ताओं को इसका कोई फायदा नहीं मिला है.

बता दें पिछले दिनों कांग्रेस के बिहार प्रभारी रहे शक्ति सिंह गोहिल ने पद छोड़ने की इच्छा जाहिर की थी. उन्होंने पार्टी नेतृत्व से गुजारिश की थी कि मुझे प्रभार से मुक्त किया जाए और कोई आम जिम्मेदारी दी जाए. जिसके बाद पार्टी ने उन्हें पद से मुक्त कर दिया. इसे लेकर भी भरत सिंह ने कहा कि उनकी शिकायत आलाकमान से की. जिसके बाद उन्हें पार्टी ने पद से हटाया. जाहिर है एक तरफ कांग्रेस नेता कीर्ति आजाद सरकार बनाने की बात करते हैं तो पूर्व विधायक पार्टी टूटने की भविष्यवाणी. देखना होगा कि आने वाले समय में कांग्रेस की राजनीति किस करवट लेती है.

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