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टारगेट पर होंगे टारगेट नहीं पूरा करने वाले कांग्रेसी, रैली के लिए कांग्रेस का भीड़ जुटाउ फार्मूला!

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टारगेट पर होंगे टारगेट नहीं पूरा करने वाले कांग्रेसी, रैली के लिए कांग्रेस का भीड़ जुटाउ फार्मूला!

सिटी पोस्ट लाइवः पटना के गांधी मैदान में 3 फरवरी को होने वाली कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की रैली कांग्रेस के लिए शक्ति प्रदर्शन है। कांग्रेस के नेता यह खुलकर बताते रहे हैं कि यह रैली बिहार कांग्रेस के लिए कितनी अहम है। यह रैली महागठबंधन में अपनी राजनीतिक हैसियत को साबित करने का भी एक बड़ा मौका है। खुद बिहार कांगे्रस के बड़े नेता इसे स्वीकार करते रहे हैं और यह कहते भी रहे हैं कि लंबे समय के बाद पटना के गांधी मैदान में कांग्रेस की रैली हो रही है। जाहिर तौर पर करीब दो दशक बाद पटना के गांधी मैदान में रैली की हिम्मत मध्य प्रदेश, राजस्थान, और छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनाव में जीत के उत्साह ने कांग्रेस को दी है साथ हीं यह रैली महागठबंधन को अपनी राजनीतिक हैसियत दिखाने उस हिसाब से सीटों की दावेदारी की जरूरत भी साबित होने वाली है। कांग्रेस की अपनी ‘आकांक्षा रैली’ से ढेरो आकांक्षाएं हैं। पहले दावा यह कि खरमास खत्म होगा तो महागठबध्ंान में सीटों का पेंच सुलझ जाएगा और अब उम्मीद यह कि रैली खत्म होगी तो फिर सीटों की मगजमारी भी खत्म हो जाएगी। तो हर लिहाज से कांग्रेस के लिए यह रैली बेहद अहम है। कांग्रेस का दावा पटना को पाट देने की है। बिहार कांग्रेस के शीर्ष नेताओं से लेकर छोटे बड़े तमाम नेता और कार्यकर्ता इस रैली की तैयारियों में जुटे भी हैं। राहुल गांधी की इस रैली में पटना को पाट देने का कांग्रेस का दावा यूं हीं नहीं है बल्कि बिहार कांग्रेस के पास भीड़ जुटाउ फार्मूला भी है। खबर है कि हर नेता को एक टारगेट दिया गया है, यह रैली उनके प्रबंधन क्षमता का भी इम्तहान है।

टिकट की लाइन में लगे नेताओं के लिए चुनौती ज्यादा है क्योंकि उनका टारगेट चुनौतीपूर्ण है और टारगेट नहीं पूरा करने पर आलाकमान के टारगेट पर आ जाने की पूरी संभावना है। कुल मिलाकर कहें कि दिल्ली जाने की ख्वाहिश पाले कांग्रेसी नेताओं के दिल्ली का रास्ता इस रैली से होकर हीं जाता है। उनकी हसरतों को मुकाम तभी मिलेगा जब वे भीड़ जुटाउ बिहार कांग्रेस के फार्मूले के तहत मिले लक्ष्य को पूरा करेंगे। दरअसल पटना में लगभग तीन दशक बाद रैली करने जा रही कांग्रेस की प्रतिष्ठा भी दांव पर है. गांधी मैदान में 03 फरवरी को प्रस्तावित राहुल गांधी की जन आकांक्षा रैली की सफलता के लिए कांग्रेस ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. कहा जा रहा है कि पार्टी ने अपने इस रैली में भीड़ जुटाने के लिए अपने सभी नेताओं और विधायकों को टारगेट दे दिया है. सूत्रों की मानें तो सभी विधायकों को भीड़ का टारगेट सेट कर दिया गया है.

इतना ही नहीं ऐसे नेता जो लोकसभा चुनाव में टिकट के लिए कांग्रेस मुख्यालय सदाकत आश्रम का दिन-रात चक्कर लगा रहे थे, उन्हें कह दिया गया है भीड़ लाओ उसके आधार पर टिकट का दावा देखा जाएगा. यानि श्भीड़ लाओ-टिकट पाओ..तो पूरी खबर का लब्बोलुआब यह है कि यह रैली बिहार कांग्रेस के लिए भी इम्तहान है और रैली की तैयारियों में टारगेट का पर्चा लेकर घूम रहे कांग्रेसी नेताओं के लिए भी क्योंकि जो खबरें आ रही हैं उसके मुताबिक अगर राहुल गांधी की रैली से भीड़ दूर रही तो कई कांग्रेसियों के लिए दिल्ली दूर हो जाएगी।

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