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महागठबंधन में रार, कांग्रेस किसी भी हाल में नहीं छोड़ेगी लोकसभा की ये 7 सीटें

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महागठबंधन में रार, कांग्रेस किसी भी हाल में नहीं छोड़ेगी लोकसभा की ये 7 सीटें

सिटी पोस्ट लाइव (सोमनाथ ) : महागठबंधन में केवल सीटों की संख्या को लेकर ही नहीं बल्कि कुछ ख़ास सीटों को लेकर भी पेंच फंसा हुआ है.RJD CONG को 8 से ज्यादा सीट देने को तैयार नहीं है. ये पुरानी बात हो गई. अब नयी बात ये है कि लोकसभा की सात सीटों को लेकर भी बड़ा पेंच सीटों के बटवारे को लेकर फंस गया है. कांग्रेस ने साफ कर दिया है कि वह किसी भी सूरत में अपनी ख़ास सात सीटें अपने सहयोगी दलों के लिए नहीं छोड़ेगी. पार्टी के अनुसार वह किसी भी सूरत में लोकसभा की औरंगाबाद, किशनगंज, सासाराम, सुपौल, कटिहार, समस्तीपुर और दरभंगा सीट नहीं छोड़ेगी.

कांग्रेस पार्टी के नेताओं का मानना है कि इन सात में किसी सीट को छोड़ने का मतलब है कि पार्टी का बिहार में कोई अपनी पहचान  नहीं रह पायेगी. कांग्रेस के कुछ नेता विरासत से ही इन सीटों पर कांग्रेस की राजनीति करते हैं. पार्टी इसके अलावा सामाजिक समीकरण के तहत भी अलग से सीटों के गांठ खोलने में जुटी है. कांग्रेस के लिए बिहार में विपरीत परिस्थितियों में भी दमदार उपस्थिति दर्ज कराने वाली सीटों में सासाराम की सीट है. यह सीट मीरा कुमार के नाम पूर्व से ही निर्धारित हैं.

इसी तरह से औरंगाबाद की सीट निखिल कुमार को हर हाल में मिलेगी. सुपौल की सीट से रंजीत रंजन को टिकट मिलना तय है. किशनगंज कांग्रेस की परंपरागत सीट है. यह सीट कांग्रेस के सांसद असरारूल हक के निधन से रिक्त हुई है. पार्टी में शामिल होने के बाद कटिहार की सीट तारिक अनवर के लिए तय  है, तो समस्तीपुर की सीट डॉक्टर अशोक कुमार के लिए तय है.

कीर्ति आजाद के लिए कांग्रेस पार्टी दरभंगा की सीट अपने पास रखना चाहती है. चौधरी महबूब अली कैसर की कांग्रेस में वापसी तय है, इसलिए कांग्रेस खगड़िया की सीट छोड़ने को तैयार नहीं. कांग्रेस का मानना है कि उसके खाते में ऐसी सीटें आनी  चाहिए ताकि  ब्राह्मण, राजपूत, भूमिहार, पिछड़ा, अनुसूचित जाति, महिला और अल्पसंख्यकों को उचित प्रतिनिधित्व वह लोक सभा चुनाव में दे सके. पार्टी अनुसूचित जाति के रूप में मीरा कुमार और डॉक्टर अशोक कुमार के नाम पर सहमत है. अल्पसंख्यक समुदाय में सीटों के वितरण में तारिक अनवर, किशनगंज और चौधरी महबूब अली के कांग्रेस वापसी पर तीन सीटें दी जा सकती हैं.

इसी तरह से दरभंगा की सीट कीर्ति आजाद को देकर ब्राह्मण समुदाय को जोड़ने का प्रयास होगा. महिला उम्मीदवार के रूप में रंजीत रंजन और मीरा कुमार पार्टी का चेहरा हैं. इसके अलावा पार्टी पिछड़ा वर्ग और उच्च जातियों के लिए कुछ सीटों पर अपनी दावेदारी करेगी.लेकिन कांग्रेस के ईन ख़ास सीटों पर महागठबंधन के घटक दल भी दावा ठोक रहे हैं. दरभंगा सीट से सन ऑफ़ मल्लाह चुनाव प्रचार शुरू कर चुके हैं.खगड़िया सीट RJD छोड़ना नहीं चाहता.

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