नीतीश कुमार को लेकर कांग्रेस-आरजेडी आमने-सामने,कांग्रेस ने दी तेजस्वी को नसीहत
कांग्रेस नेता शकील ने तेजस्वी यादव को उनकी हद बताई , सीमा में रहने की मिली नसीहत
सिटी पोस्ट लाईव : नीतीश कुमार को कांग्रेस द्वारा महागठबंधन में शामिल होने का न्यौता देने और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव द्वारा कांग्रेस के इस प्रस्ताव को सिरे से खारिज किये जाने को लेकर आरजेडी-कांग्रेस के बीच घमशान शुरू हो गया है. बिहार में कांग्रेस विधायक शकील अहमद खान ने तेजस्वी यादव को पैजामे से बाहर नहीं जाने की नसीहत देते हुए कहा कि वे अपनी सीमा में ही रहें. यूपीए में कौन शामिल होगा कौन नहीं, इसका फैसला करने का अधिकार उन्हें नहीं है. शकील अहमद ने कहा कि राजनीति में शालीनता और व्यवहारिकता मायने रखती है. यूपीए घटक दल देशभर में फैला है और किस राज्य में कौन आएगा कौन नहीं आएगा इसका कोई अकेला फैसला नहीं कर सकता है.
शकील ने कहा कि 2019 में मौजूदा सरकार के खिलाफ निर्णायक जंग है ऐसे में देश में वैचारिक लड़ाई है और एक व्यक्ति भी मायने रखता है. समान विचारधारा वालों को साथ लेकर चलना है. इसलिए एंट्री और नो एंट्री का फैसला करने का अधिकार उनको नहीं है. गौरतलब है कि तेजस्वी यादव ने कहा था कि कांग्रेस प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल किसी को महागठबंधन में शामिल कराने के लिए अधिकृत नहीं हैं और राहुल गांधी से उनकी बात हो गई है और नीतीश कुमार को महागठबंधन में शामिल नहीं किया जाएगा.
शकील ने तेजस्वी यादव के परिपक्वता पर सवाल उठाते हुए कहा कि सलाहियत और लियाकत समय से आता है. वक्त से पहले किसी भी फैसले को समझने की समझ होनी चाहिए. ज़ाहिर है जो समझ लालू जी की है परिपक्वता है अभी तेजस्वी जी फिगर आउट नहीं करते हैं. राजनीति में उनका परिवार संघर्षशील रहा है. प्रतिपक्ष के नेता के तौर पर जो स्पेस मिला पर उस स्पेस के बावजूद अपनी तरफ से मैच्योरिटी इम्पोर्टेन्ट रोल प्ले करता है.उन्होंने कहा कि अच्छा होगा अगर तेजस्वी कोई भी फैसला लेने से पहले एकबार लालू जी से सलाह मशविरा कर लें.
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