रैली में न्यौता नहीं मिलने से भड़के सदानंद, बोले- कांग्रेस को छोटा समझने की भूल न करें
सिटी पोस्ट लाइव : बीजेपी को विपक्ष की एकता दिखाने के लिए आयोजित बाम दलों की रैली अब महागठबंधन में रार मचा देने की सबसे बड़ी वजह बन गई है. रैली में आमंत्रण नहीं दिए जाने को लेकर कांग्रेस पार्टी ने बाम दलों पर बड़ा हमला बोला है. बिहार कांग्रेस के सीनियर लीडर सदानंद सिंह ने कहा है कि कोई हमें छोटा समझने की भूल न करे. गौरतलब है कि 27 सितंबर को पटना के गांधी मैदान में ‘भाजपा भगाओ, लोकतंत्र बचाओ रैली’ का आयोजन हुआ. वाम दलों के कई बड़े नेता गांधी मैदान में मंच पर मौजूद रहे. इस रैली में सीपीआई, सीपीएम, एसयूसीआई आदि शामिल रहे. आरजेडी ने भी इस रैली को समर्थन दिया.लेकिन कांग्रेस को कोई न्यौता नहीं दिया गया.
लेकिन बड़ा सवाल ये कि क्यों वाम दलों की इस रैली में कांग्रेस को निमंत्रण नहीं दिया गया.कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सदानंद सिंह ने वामदलों के जनाधार पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि कांग्रेस राष्ट्रीय पार्टी है, उसे कोई छोटा समझने की भूल न करे. दूसरी ओर, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा ने कहा कि कांग्रेस का गठबंधन आरजेडी के साथ है. ऐसे में वाम दलों ने आरजेडी को बुलाया है. उन्होंने कहा कि वो कांग्रेस को बुलाते हैं या नहीं, इससे कोई अंतर नहीं पड़ता है. किसी को बुलाने या नहीं बुलाने का वाम दलों को हक है.अखिलेश सिंह ने कहा कि बाम दलों की कांग्रेस को नहीं बुलाये जाने के पीछे कोई मज़बूरी रही होगी.
पटना के गांधी मैदान में आयोजित भाकपा माले की रैली को संबोधित करते दीपांकर ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर हमला बोला था. दीपांकर ने पूछा कि बुलेट ट्रेन कहां है, 15 लाख किसको मिला, रुपया लगातार गिरता जा रहा है, पेट्रोलियम पदार्थों की कीमत चार वर्षों में लगभग दुगनी हो गयी है. उन्होंने आरोप लगाया कि राफेल डील के तहत केंद्र सरकार ने देश की सुरक्षा से समझौता किया है. दीपांकर ने 2014 के लोकसभा चुनाव के समय भाजपा के नारों और वादों का जिक्र करते हुए पूछा कि न खाऊंगा, न खाने दूंगा नारे का का क्या हुआ? लेकिन बीजेपी पर हमले के लिए आयोजित बाम दल की इस रैली को लेकर बाम दल और कांग्रेस के बीच ठन गई है.
Comments are closed.