मुंगेर में प्रमंडलीय स्तर पर दलित महादलित महासम्मेलन का आयोजन
सिटी पोस्ट लाइव : मुंगेर के पोलो मैदान में जदयू का प्रमंडल स्तरीय दलित- महादलित महासम्मेलन का आयोजन किया गया. इस सम्मेलन में काफी दुर- दुर से हजारों दलित- महादलित लोग पहुंचे और सम्मेलन को सफल बनाया. सम्मेलन में सरकार की विभिन्न योजनाओं के साथ- साथ सरकार के द्वारा दलित- महादलित वर्ग के लिये किये गये कार्यो को बतलाया गया. इस दौरान मुख्यमंत्री ने लोगों को संबोधित करते हुये कहा कि देश के किसी भी राज्य में जो दलितों व महादलितों के लिये नहीं किया गया वह सिर्फ बिहार में किया गया. मुख्यमंत्री के नेतृत्व में बिहार पहला राज्य है जहां पंचायत निर्वाचन में आरक्षण दिया गया है. विधानसभा में संसदीय नियमावली के प्रावधानों के अनुरूप महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण, त्रिस्तरीय ग्राम पंचायत के निर्वाचन में एकल पद पर आरक्षण देने का प्रावधान, मानदेय का भुगतान, जन प्रतिनिधियों प्रथा मुखिया, सरपंच, पंचायत समिति, वार्ड सदस्य, जिला परिषद् सदस्यों को भुगतान किया जाता है.
पिछड़े अतिपिछड़ें दलित महादलित छात्रों के बीच पोशाक योजना, साइकिल योजना, से शिक्षा के क्षेत्र में क्रांतिकारी परिवर्तन हुआ. सामाजिक शैक्षणिक रूप से पिछड़े लोगों को आरक्षण देने का काम डा भीम राव अंबेदकर ने किया था. जिसे मूर्तरूप देने का काम मुख्यमंत्री ने किया है. संविधान बचाओ के नाम पर अपनी मां, पिता, भाई, बहन की रक्षा किया जा रहा है. लोगों को संबोधित करते हुये सामाजिक नीतियों दलित महादलित के बीच बीच विरोधियों के द्वारा प्रचारित किया जा रहा है कि नीतीश कुमार ने भाजपा में जाने से अनुसूचित जनजाति के आरक्षण को समाप्त किया जा रहा है.
अनुसूचित जनजाति का आयोग गठन किया गया है प्रत्येक गांव में बिजली पहुंचाने का लक्ष्य को समय से पूर्व पूरा किया गया. 5000 मेगावाट बिजली का उत्पादन हो रहा है. नीतीश कुमार आरक्षण देते हैं संवैधानिक अधिकार देते हैं छिनते नही है. आवास योजना में जिन लोगों को नाम आया है लेकिन जमीन नहीं है उनको 60 हजार रूपया सरकार की ओर से जमीन खरीदने के लिए दिया जाएगा. योजनाओं के संबंध में प्रशिक्षित किया जाएगा.नीतीश कुमार ने बताया कि इन के शासनकाल में दलित- महादलितओं को बराबरी का दर्जा दिया गया है उनका शोषण ना हो इसके लिए कठोर से कठोर कानून बनाया गया. साथ ही प्रमंडलीय कार्यकर्ताओं और महत्व उपस्थिति के लिए धन्यवाद और आभार व्यक्त किया.
अनुसुचित जाति/ जनजाति कल्याण मंत्री डा प्रोफेसर रमेश ऋषिदेव ने अपने विभाग के माध्यम से 80 आवासीय विद्यालय में सहित पांच अन्य आवासीय विद्यालय के माध्यम से प्रत्येक महादलित दलित छात्रों को 1000 रूपये 15 किलो अनाज देने का प्रावधान है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जन्म से मृत्यु तक दलित और महादलितों के लिए 450 योजना संचालित किए जा रहे हैं. आजादी के बाद 2005 से मुख्यमंत्री ने मद्य निषेध, बाल विवाह, दहेज प्रथा के विरुद्ध अभियान चलाया गसा है. महादलित परिवारों के घर में खुशहाली आये इसके लिये सरकार लगातार प्रयासरत भी है.
भवन निर्माण मंत्री महेश्वर हजारी ने कहा कि आजादी बाद बिहार कैसी हालत थी. और 2005 के बाद बिहार की क्या स्थिति है. ये बताने की जरूरत नही है. हमसब को पता है. शिक्षा के बिना विकास नही होगा. दलित महादलित आज आगे बढ़ रहा है इनके लिए कई तरह की योजनाएं चलाई जा रही है. पूर्व सांसद रविंद्र कुमार यादव उर्फ रवि ने कहा कि डॉक्टर लोहिया भीमराव अंबेडकर के सपने को मूर्त रूप देने का मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने काम किया है. महिलाओं के सशक्तिकरण दहेज प्रथा बाल विवाह मध्य निषेध अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति से माननीय नीतीश कुमार के द्वारा सर जमीन पर लाया गया.राष्ट्रीय महासचिव सह विधायक श्याम रजक ने कहा कि बाबा अंबेडकर के सोच, चिंतन, राजनीतिक चिंतन विचारधारा को नीतीश कुमार ने मूर्त रूप देने का काम किया है.
गली नाली योजना से समतामूलक समाज में स्थापना का प्रयास किया है. जो पूर्णतः सफल हो रहा है. पोशाक योजना साइकिल योजना से समतामूलक समाज सहित शिक्षा से जोड़ने की जरूरत है. दलित उद्यमी योजना के माध्यम से एक लाख का ऋण दलित महादलितों को दिया जा रहा है जिससे वह अपना रोजगार कर सकते हैं और दूसरों को रोजगार दे सकते हैं.मुख्यमंत्री ने जिला स्तरीय ग्राम पंचायत में दलित महादलित को आरक्षण देकर सभी को मुख्यधारा में जोड़ने का काम किया है. ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में 5 डिसमिल जमीन देने की योजना किया गया है. जिसमें आप लोगों को संघर्ष करना होगा और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का हाथ मजबूत करना होगा.
मुंगेर से अभिषेक कुमार की रिपोर्ट
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