सिटी पोस्ट लाइव : अपनी ही सरकार के मंत्री और सरकार में जेडीयू कोटे के नंबर दो विजेन्द्र यादव की बातों से किनारा करते हुए सीएम नीतीश कुमार ने आज अलग बयान दे दिया है। सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि हमने बिहार के लिए विशेष राज्य के दर्जे की मांग नहीं छोड़ी है। उन्होंने कहा कि फैसला केंद्र के हाथ में है। विशेष राज्य के लिए हमारी मांग काफी पुरानी है। ऐसे में निर्णय केंद्र ही ले। वहीं पिछले दिन ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र यादव ने कहा था कि बिहार को अब विशेष राज्य का दर्जा नहीं चाहिए। अब राज्य के लिए हम विशेष पैकेज की मांग करेंगे। उन्होंने कहा था कि हम केंद्र से कह-कहकर थक चुके हैं।
सीएम नीतीश कुमार ने आज बिहार के विशेष राज्य के दर्जे की मांग के सिलसिले में कहा कि कहा कि फैसला केंद्र के हाथ में है। विशेष राज्य के लिए हमारी मांग काफी पुरानी है। ऐसे में निर्णय केंद्र ही ले। सीएम ने कहा कि ये मांग हमने नहीं छोड़ी है। उर्जा मंत्री के बयान के सवाल पर कहा कि ये उनके कहने का तरीका है कि वे मांग कर-कर के थक चुके हैं। लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि हम मांग से पीछे हट गये हैं।
गौरतलब है कि सोमवार को मीडिया से बात करते हुए बिहार के ऊर्चा मंत्री बिजेंद्र यादव ने कहा था कि विशेष राज्य के लिए कितनी बार मांग की जाए। अब हम विशेष राज्य के बदले हरेक क्षेत्र में विशेष सहायता की मांग करेंगे। उन्होंने आरोप भी लगाया था कि बिहार के विकास के मूल्यांकन के दौरान केंद्र ने राज्य की उपलब्धियों के आंकड़े का सही इस्तेमाल नहीं किया है।
बिजेंद्र ने कहा था कि विशेष राज्य की मांग करते-करते चार साल से अधिक हो गए हैं। अब मांग करते-करते थक गए हैं। उन्होंने कहा था कि हम विशेष राज्य के बदले अब विशेष मदद की मांग करेंगे। उन्होंने कहा कि नीति आयोग केंद्र सरकार का ही अंग है, लेकिन बिहार की उपलब्धियों की गणना के दौरान उसने सही आंकड़े नहीं दिखाए। मंत्री ने यह भी साफ किया कि हम केंद्र सरकार पर आरोप नहीं लगा रहे हैं।
मंत्री के इस बयान के बाद विपक्ष कहने लगा था कि नीतीश विशेष राज्य के नाम पर राजनीति कर रहे थे। असमें उन्हें बिहार का ख्याल है ही नहीं। फिलहाल बिहार सीएम के पुरानी मांग पर अडिग होने से बिहार में फिर सियासी चर्चा शुरू हो गई है।
…………