सिटी पोस्ट लाइव: जाति आधारित जनगणना को लेकर राजनीति में घमासान मचा हुआ है. इन दिनों हर कहीं इसी के चर्चे हो रहे हैं. वहीं, बिहार में एनडीए में शामिल भाजपा को छोड़कर कर बाकी की सभी पार्टियां जाति आधारित जनगणना के पक्ष में हैं. यह मुद्दा अभी और भी गहराता जा रहा है. इस बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दिल्ली में हैं. वहां उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की है. साथ ही वहां अमित शाह द्वारा बैठक गई, जिसमें वे शामिल भी हुए थे. इस दौरान सीएम नीतीश कुमार अपनी मांग पर अड़े रहे.
दरअसल, सीएम नीतीश कुमार बिहार में जाति आधारित जनगणना की मांग को लेकर डटे रहे. वहीं, बैठक ख़त्म होने के बाद सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि, जातीय जनगणना की मांग बिलकुल उचित है. जातीय जनगणना राष्ट्रहित में है और यह तार्किक होने के साथ ही कई फायदे भी हैं. वहीं, सीएम नीतीश कुमार ने इस मुद्दे को लेकर केंद्र सरकार एक बार फिर से विचार करने की मांग भी की है. बता दें कि, नक्सलवाद को लेकर गृह मंत्री अमित शाह के साथ 10 राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक हुई.
इस दौरान सीएम नीतीश कुमार ने यह भी कहा कि, आज़ादी के पहले भी देश में जातिगत जनगणना हुई और आज़ादी के बाद भी हुई थी. जातीय जनगणना अगर होगा तो ठीक से होगा. यदि हर घर से पूरी जानकारी लेंगे तो सारी बात स्पष्ट हो जाएगी. जाति आधारित जनगणना पिछड़ों और अति-पिछड़ों को समाज में आगे बढ़ाने में भी मददगार साबित होगी. साथ ही कहा कि, अगर जाति के आधार पर गणना नहीं होती है तो हम लोग इसे कतई सही नहीं मानते. बिहार के सारे दल के लोगों ने जातीय जनगणना की मांग किया है. वहीं, इस मुद्दे को विधानमंडल से सर्वसम्मति से पास किया गया है. साथ ही सीएम ने इस पर फिर विचार करने की मांग की.
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