सिटी पोस्ट लाइव : पूर्व केंद्रीय मंत्री और अपने दिवंगत पिता रामविलास पासवान की पहली जयंती पर अपने आशीर्वाद यात्रा की शुरुवात चिराग पासवान ने हाजीपुर के सुल्तानपुर गांव से आज किया. यह गांव पासवान चौक से समस्तीपुर जाने वाली रोड में है. दरअसल इस गाँव को चुनने की वजह ये है कि पूर्व केंद्रीय मंत्री दिवंगत रामविलास पासवान को यह गांव काफी पसंद था. 1977 में जब उन्होंने अपनी संसदीय राजनीति की शुरुआत की थी तो पहला कदम भी इसी गांव से बढ़ाया था. केंद्र में सरकार किसी भी गठबंधन की हो, उस सरकार में रामविलास पासवान किसी न किसी विभाग के मंत्री होते ही थे.
सुल्तानपुर गांव के रहने वाले बिंदेश्वर पासवान बताते हैं कि इस गांव को पासवान ने 2007 में गोद लिया जब वो केंद्र में इस्पात मंत्री थे. उस वक्त सांसद निधि कोष और SAIL की मदद से गांव के एंट्रेंस प्वाइंट पर स्टील का गेट लगवाया, गांव में सोलर लाइट लगवाई. गांव के हर घर के बाहर पानी की व्यवस्था की, चापाकल लगवाए. महिलाओं का ख्याल रखते हुए हर घर में शौचालय का निर्माण करवाया.इस गांव में 1400 घर है, करीब तीन हजार की आबादी है. सारे घर और सारी आबादी सिर्फ पासवान जाति के लोगों की है.रामविलास जब भी इस रूट से गुजरते थे, तब वो इस गांव में आते थे. लोगों से मिलते थे. उनसे बात करते थे. जब बात रामविलास पासवान की पहली जयंती मनाने की हुई तो लोजपा ने काफी मंथन के बाद हाजीपुर के इस गांव को चुना, जिस पर चिराग पासवान ने अपनी सहमति जताई.
Comments are closed.