सिटी पोस्ट लाइव : लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) में चाचा पशुपति पारस और भतीजे चिराग पासवान के बीच चल रही लड़ाई अब जनता के बीच जाने वाली है। पिता स्व. रामविलास पासवान के जन्मदिन यानी 5 जुलाई से चिराग पासवान ‘आशीर्वाद यात्रा’ शुरू कर रहे हैं। यात्रा की सफलता के लिए चिराग पासवान की एलजेपी ने ऐड़ी-चोटी का जोर लगा दिया है। चिराग पासवान की ये यात्रा उनके शक्ति प्रदर्शन के तौर पर देखी जा रही है।
चिराग पासवान के आशीर्वाद यात्रा की खास बात है कि इसकी शुरुआत हाजीपुर से होगी।आपको बता दें कि हाजीपुर एलजेपी की पारंपरगत सीट है और यहां से रामविलास पासवान कई बार सांसद रहे हैं। रामविलास पासवान के निधन के बाद इस सीट से पशुपति पारस चुनाव लड़े और जीते हैं। पार्टी पर पकड़ दिखाने के लिए भतीजे चिराग ने हाजीपुर को आशीर्वाद यात्रा की शुरुआत के लिए चुना है।
चिराग पासवान गुट के नेताओ ने आशीर्वाद यात्रा को सफल बनाने के लिए पूरा जोर लगा दिया है। मंगलवार को पटना में एलजेपी के चिराग गुट प्रदेश अध्यक्ष राजू तिवारी समेत तमाम बड़े नेताओं ने बैठक की। इससे पहले सोमवार को हाजीपुर में महाबैठक की गयी। प्रदेश अध्यक्ष के अलावे प्रधान महासचिव संजय पासवान व केंद्रीय संसदीय बोर्ड के सदस्य शहनवाज़ अहमद कैफ़ी के संग सभी स्थानीय एलजेपी के प्रत्याशी और नेता शामिल हुए |
बैठक में चिराग पासवान की आशीर्वाद यात्रा को लेकर तैयारियों की चर्चा हुई। दावा किया गया कि आशीर्वाद यात्रा, रामविलास पासवान के रिकॉर्डतोड़ चुनावी आंकड़ों की तरह ऐतिहासिक होगी। जब हाजीपुर में चिराग समर्थक मीटिंग कर रहे थे, तब चिराग पासवान अहमदाबाद में थे। बताया जा रहा है कि यहां उनकी मुलाकात बीजेपी के एक बड़े नेता से हुई है।
Comments are closed.