सिटी पोस्ट लाइव : बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav)ने एक बार फिर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Chief Minister Nitish Kumar) पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी में सबसे ज्यादा प्रभावित बिहार के लोग हुए. लेकिन सूबे के मुख्यमंत्री कोरोना के डर से बाहर नही निकले हैं. गौरतलब है कि मंगलवार को RJD में मिलन समारोह था जिसमें JDU से आज ही इस्तीफा देने वाले पूर्व मंत्री जावेद अंसारी बाढ़ निवासी सगुन सिंह और पूर्व DG अशोक गुप्ता ने RJD की सदस्यता ग्रहण की. इसी दौरान तेजस्वी ने अब्दुल बारी सिद्दीकी के उस बयान को दोहराया जिसमें उन्होंने कहा था कि JDU में भगदड़ मचने वाली है.
तेजस्वी यादव ने कहा कि अपनी ही सरकार के गलत नीतियों से खफा लोग जल्द ही JDU से अपनी राह जुदा कर लेंगे. जेडीयू में अभी भगदड़ मचने वाली है क्योंकि जनता बदला लेने के लिए इंतजार कर रही है. तेजस्वी ने ये भी कहा कि इस बार के चुनाव में RJD टिकट बंटवारे में सभी जाति धर्म का विचार करेगी और सभी को तवज्जो देगी. हम नौजवान है सबको साथ लेकर चलेंगे. उन्होंने कहा कि जब हम लोग जनता के आवाज उठाते है तो हमको लालू जी को गाली देते है नीतीश जी गाली दिलवाते हैं. लेकिन, डर-भय दिखाकर हमको नहीं रोक पाएंगे. उन्होंने कहा कि ऐसे तो इस महामारी में चुनाव होना नही चाहिए लेकिन अगर चुनाव आयोग चाहेगा तो हम लोग भी चुनाव मैदान में जाएंगे.
उन्होंने सीएम नीतीश को निशाने पर लेते हुए कहा कि मुख्यमंत्री की जिम्मेवारी है लोगों से मिलकर उन्हें व्यवस्था मुहैया कराने की मगर उन्हें तो अपनी जान की पड़ी है. सीएम तो अपने राज्य के लोगों को ही अपने प्रदेश आने से रोक रहे थे. ट्रेन नहीं आने देना चाह रहे थे. यही लालू जी का राज्य होता तो गरीबों को गला लगाने का काम करते, लेकिन इन्होंने नहीं किया.तेजस्वी ने कहा कि लोग को लाये नहीं गये हैं ट्रेन से लोग खुद आये हैं. मौत के बाद शव को स्टेशनों पर फेंक दिया गया. मौत का ज़िम्मेदार कौन है, कोसी में जब बाढ़ आयी थी तो लालू जी ने ट्रेन फ्री कर दिया गया था, लेकिन ये मजदूरों से पैसा ले रहे थे. आप बताइए मुख्यमंत्री जी.
आरजेडी नेता ने कहा कि क्वारंटाइन सेंटर के नाम पर लूट हुई है. लोग भूखे मरे, लेकिन ये लोग अपनी सत्ता की भूख मिटा रहे हैं. आने वाले दिन में आपदा विभाग में बड़ा घोटाला सामने आएगा. . उन्होंने कहा कि इस कोरोनाकाल में भी लोग डिजिटल वर्चुअल रैली कर रहे हैं. नीतीश कुमार को सिर्फ इस बात की चिंता है कि कैसे अपनी कुर्सी बचानी है.
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