लालू परिवार की गलतियों पर है चंद्रिका राय की नजर, फंस गयी हैं राबड़ी देवी
सिटी पोस्ट लाइवः बिहार के दो बड़े राजनीतिक घराने की दोस्ती अब दुश्मनी में बदल गयी है। दोनों परिवारों ने दोस्ती को रिश्तेदारी में बदला था। एक पूर्व मुख्यमंत्री के परिवार से आने वाली ऐश्वर्या दो पूर्व मुख्यमंत्रियों के घर की बहु बनी थी। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री दारोगा प्रसाद राय की पोती और आरजेडी विधायक चंद्रिका राय की बेटी ऐश्वर्या राय लालू-राबड़ी के बड़े बेटे तेजप्रताप की पत्नी बनी थी लेकिन जब रिश्ते खराब हुए तो मामला सिर्फ थाने और कोर्ट नहीं पहुंचा बल्कि सड़क पर भी आ गया। लालू परिवार और चंद्रिका राय के परिवार के बीच तल्खी किस हद तक बढ़ चुकी है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि लालू परिवार की हर गलती पर चंद्रिका राय की नजर है। गलतियों को हथियार बनाकर चंद्रिका राय लालू परिवार से पारिवारिक जंग लड़ना चाहते हैं।
यह भी माना जा रहा है कि इस लड़ाई में लालू परिवार की गलतियों ने भी चंद्रिका राय का काम आसान कर दिया है। उदाहरण के तौर पर ऐश्वर्या राय के रूम से ताला तुड़वाकर सामान निकलवाने के मामले को देख लीजिए। कानून के जानकार भी यह मानते हैं कि ऐसी कार्रवाई को प्रोटेक्शन आॅफिसर, मजिस्ट्रेट और थाने की निगरानी में अंजाम दिया जाता है लेकिन इस मामले में ऐसा नहीं किया गया। हांलाकि राबड़ी देवी का तर्क है कि इस पूरी कार्रवाई की वीडियोग्राफी की गयी है और पूरी पारदर्शिता के साथ इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया है लेकिन राबड़ी देवी का यह तर्क कानून के जानकारों की नजर में कमजोर है उनका मानना है कि ऐसा करके राबड़ी देवी फंस गयी हैं। उधर ऐश्वर्या के पिता चंद्रिका राय ने इस मामले में केस दर्ज करने की बात कही है।
सिटी पोस्ट लाइव के एडिटर इन चीफ श्रीकांत प्रत्यूष से बातचीत करते हुए चंद्रिका राय ने कहा कि लालू परिवार से अब हमारा कोई दोस्ताना संबंध नहीं जो सामान भिजवाए गये उसमें कोई गैरकाूननी सामान भी हमें फंसाने के लिए भिजवाया जा सकता है। हमने तो सिर्फ ऐश्वर्या का मोबाइल और पासपोर्ट मांगा था लेकिन राबड़ी देवी ने गैरकानूनी तरीकके से ऐश्वया के घर का ताला तुड़वा दिया। चंद्रिका राय ने कहा कि लालू परिवार खुद कानून से भी उपर मानता है। नियमों के मुताबिक बिना मजिस्ट्रेट और प्रोटेक्शन आॅफिसर की मौजूदगी के ऐश्वर्या के रूम का ताला नहीं टुटना चाहिए था। थाने को भी सूचना दी जानी चाहिए थी लेकिन ऐसा नहीं किया गया है। हम वकील से राय ले रहे हैं और हम इसे लेकर मामला दर्ज करायेंगे।
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