सीएम ने पीएम से कहा-लॉकडाउन में संशोधन के बाद ही राज्यों में फंसे छात्रों को लाना होगा संभव
सिटी पोस्ट लाइव : कोरोना वायरस को लेकर जारी लॉकडाउन के बीच पीएम मोदी की मुख्यमंत्रियों के साथ हुई बैठक में लॉकडाउन और वायरस के प्रकोप को लेकर विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई. वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से हो रही बातचीत में बिहार के मुखिया नीतीश कुमार ने प्रदेश का हाल बताया. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के गाइडलाइन के अनुरूप बिहार में लॉक डाउन का पालन किया जा रहा हैं. लेकिन इस कारण प्रदेश में फंसे लोगों को खासकर राजस्थान के कोटा में फंसे बिहारी छात्रों को वापस लाना मुश्किल है. नीतीश कुमार ने पीएम मोदी से कहा कि देश के दूसरे राज्यों में भी बिहार के बच्चे पढ़ते हैं. लॉकडाउन का पालन करते हुए उन्हें बुलाना अभी सम्भव नहीं है. यदि लॉकडाउन में संशोधन होता है तभी उन्हें घर वापस लाया जा सकता है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार के गाइड लाइन के अनुरूप ज़रूरतमंदों के जीविकोपार्जन के लिए जो ज़रूरी आर्थिक गतिविधियां हैं उसे संचालित किया जा रहा है. लॉकडाउन की वजह से लोग घरों में थे इस वजह से कोरोना संक्रमण से बचाव हो रहा है. इस दौरान एकबार फिर सीएम मुख्यमंत्री ने कोरोना के साथ-साथ अन्य बीमारियों के इलाज के लिए अतिरिक्त संख्या में वेंटिलेटर तथा टेस्टिंग किट की मांग की है. सीएम ने पीएम मोदी के साथ वीसी में एक बार फिर से कोरोना किट और वेंटिलेटर का मुद्दा रखा.
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