सिटी पोस्ट लाइव : अपने विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र वैशाली जिले के राघोपुर में तेजस्वी यादव को लोगों के गुस्से का सामना करना पडा.तेजस्वी यादव कोरोना संक्रमण के दौरान गायब रहे और कोरोना संक्रमण कण्ट्रोल में आने के बाद पहलीबार अपने क्षेत्र में पहुंचे थे. उन्होंने कार्यकर्ताओं से मुलाकात की और क्षेत्र का हाल जाना. तेजस्वी यादव ने शुक्रवार को राघोपुर प्रखंड के कटाव ग्रस्त इलाके का दौरा किया. इस दौरान उन्होंने जहांगीरपुर पंचायत के परोहा, सुकुमारपुर, जफराबाद टोक पंचायत के कर्मोंपुर, शिवनगर, रामपुर लंका आदि जगहों पर हो रहे कटाव का जायजा लिया. इस दौरान तेजस्वी ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए जान-बूझकर राघोपुर में कटाव रोधी व विकास कार्यों की अनदेखी का आरोप लगाया.
बिहार जदयू के मुख्य प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा कि विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव अपने क्षेत्र की जनता के कितने करीब हैं, इसका अंदाजा सिर्फ इस बात से लगाया जा सकता है कि 204 दिन के बाद वह अपने विधानसभा क्षेत्र राघोपुर पहुंचे.संजय सिंह ने दावा किया कि विधानसभा चुनाव जीतने के बाद तेजस्वी यादव मात्र एक बार थोड़ी देर के लिए किसी शादी में अपने क्षेत्र गए थे. उसके बाद वह कभी नहीं गए. संजय सिंह ने कहा कि एक सोची-समझी रणनीति के तहत तेजस्वी अपने क्षेत्र में गए हैं. उन्हें डर है कि जनता कहीं उन्हें भूला न दे. राघोपुर में उनके लापता होने का पोस्टर भी लगा था.
जन अधिकार पार्टी के कार्यकर्ताओं ने राघोपुर के मलिकपुर पंचायत के कबीर चौक पर काला झंडा दिखाकर नारेबाजी करते हुए विरोध किया. जन अधिकार पार्टी के प्रखंड अध्यक्ष रवि यादव ने कहा कोरोना काल में राघोपुर कि लोग ऑक्सीजन और दवा के अभाव में मर रहे थे. राघोपुर के कई लोगों की कोरोना से मौत चुकी है. उस दौरान तेजस्वी यादव दिल्ली में बैठकर ट्यूटर-ट्यूटर खेल रहे थे. तेजस्वी यादव को यहां के लोगों से मिलने की फुर्सत नहीं थी. अब राघोपुर में सिर्फ चेहरा चमकाने के लिए पहुंचे हैं.
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