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विधानसभा चुनाव में भाजपा की नैया की पतवार बनेंगी किसानों की लाभकारी योजनाएं

भाजपा ने राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ओपी माथुर को बनाया झारखंड का प्रभारी

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विधानसभा चुनाव में भाजपा की नैया की पतवार बनेंगी किसानों की लाभकारी योजनाएं

सिटी पोस्ट लाइव, रांची: विधानसभा चुनाव की तैयारी के लिये झारखंड में सत्तारुढ़ दल भाजपा ने कमर कसनी शुरू कर दी है। राज्य में विधानसभा चुनाव में जीत की नैया पार लगाने के लिये झारखंड सरकार की किसान कल्याणकारी योजनाएं पतवार बन सकती हैं। लोकसभा चुनाव की तरह विधानसभा चुनाव में पार्टी के प्रदर्शन को दोहराने के लिए भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ओमप्रकाश माथुर को झारखंड का विधानसभा चुनाव प्रभारी और बिहार सरकार के पथ निर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव को सह प्रभारी बनाया है। चूंकि विधानसभा चुनाव स्थानीय मुद्दों पर होगा इसलिये चुनौतियां ज्यादा बड़ी होंगी। स्थानीय मुद्दों को लेकर विपक्ष हमला करेगा। साथ ही सरकार में रहने के कारण भाजपा पर चौतरफा हमला होगा। इसे देखते हुए पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने गुजरात चुनाव की कमान संभाल चुके अपने सबसे अनुभवी रणनीतिकार ओम माथुर को मैदान में उतारा है। बहरहाल, केंंद्र सरकार ने तीन तलाक और जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को हटाकर झारखंड, महाराष्ट्र और हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए जमीन तैयार कर दी है। इसी बीच झारखंड विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री रघुवर दास के नेतृत्व में झारखंड की भाजपा सरकार ने मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना का शुभारंभ कर एक मास्टर स्ट्रोक चल दिया है। इस योजना के माध्यम से राज्य में नाराज चल रहे किसानों को अपने पाले में करने में किसानों को आर्थिक सहायता संजीवनी का काम कर सकती है।

कृषि आशीर्वाद योजना से किसान होंगे समृद्धि

रांची में उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने 10 अगस्त को मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना का उद्घाटन किया था। नायडू ने बटन दबा कर 13.60 लाख किसानों के लिए योजना की पहली किस्त के रूप में 442 करोड़ रुपये किसानों के बैंक खाते मेंं जमा किये थे। इस मौके पर नायडू ने झारखंड सरकार की पहल की प्रशंसा करते हुए कहा कि झारखंड जैसे कृषि प्रधान राज्य में किसानों की आर्थिक समृद्धि और खेती को लाभदायक बनाने में सरकार की यह योजना कारगर साबित होगी। इसके अलावा कृषि का यांत्रिकीकरण, बीज ग्राम, सिंगल विंडो सिस्टम, फसल बीमा, किसान क्रेडिट कार्ड से ऋण तथा लघु व सीमांत किसानों को कम ब्याज पर ऋण देने की योजनाएं स्वागत योग्य है। राज्य सरकार की कृषि आशीर्वाद योजना से किसानों की ऋण पर निर्भरता कम होगी। 35 लाख किसानों को इस योजना का लाभ मिलेगा।

कल्याणकारी योजनाओं से रिझाने का लक्ष्य

मुख्यमंत्री रघुवर दास सूबे के किसानों के लिए पहले से ही कई योजनाओं पर काम कर रहे हैं। हर खेत को पानी, हर हाथ को काम के मंत्र पर सरकार सिंचाई से लेकर पशुपालन पर भी लगातार काम कर रही है। सखी मंडल के जरिए गांवों में पॉल्ट्री, मधुपालन, मछली पालन, डेयरी के लिए फंड उपलब्ध करा रही है। कुटीर उद्योग को भी बढ़ावा दिया जा रहा है। सरकार का फोकस अंतिम व्यक्ति पर है इसीलिए सरकार की सभी योजनाओं में आदिवासी, मजदूर और किसान प्राथमिकता में सबसे ऊपर हैं।राजनीतिक जानकार भी मानते हैं कि भाजपा सरकार ने जिस तरह से सूबे के किसानों और गरीबों तक विकास की रोशनी पहुंचाई है, इसका लाभ पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा को मिला है। स्थानीय निकायों के हुए चुनाव में भी भाजपा का सबसे शानदार प्रदर्शन रहा तो कहीं न कहीं सबका साथ, सबका विकास का प्रभाव देखा जा सकता है।

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