उपेन्द्र कुशवाहा को BJP का दो टूक जबाब, नीतीश की कीमत पर साथ मंजूर नहीं
BJP ने फेरा उम्मीदों पर पानी, 'नीच पॉलिटिक्स ' पर सुशील मोदी CM नीतीश के साथ खड़े हुए
उपेन्द्र कुशवाहा को BJP का दो टूक जबाब, नीतीश की कीमत पर साथ मंजूर नहीं
सिटी पोस्ट लाइव : ‘नीच’ पॉलिटिक्स के पचड़े में रालोसपा सुप्रीमो उपेन्द्र कुशवाहा बुरे फंसे हैं. अब इस मामले को लेकर उपेन्द्र कुशवाहा और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बीच छिड़ी जंग में उपेन्द्र कुशवाहा एनडीए के अन्दर अलग थलग पड़ते जा रहे हैं. उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पक्ष में खड़े होते हुए उपेन्द्र कुशवाहा को गलत ठहरा दिया है.अबतक इस मामले पर चुप्पी साधी बीजेपी के नेता सुशिल मोदी ने एक बड़ा बयां दिया है. अब सुशील मोदी खुलकर नीतीश कुमार के साथ खड़े हो गए हैं.सुशील मोदी ने ट्वीट कर कहा कि नीतीश कुमार ने कभी भी ‘नीच’ शब्द का इस्तेमाल नहीं किया. मैं उस कार्यक्रम में मौजूद था. सुशील मोदी ने इशारों में उपेन्द्र कुशवाहा पर निशाना साधते हुए अपने ट्वीट में यहां तक कह दिया कि कुछ नेता शहीद बनने की कोशिश कर रहे. लेकिन वे इसमें सफल नहीं होंगे.
सुशील मोदी का यह ट्वीट उपेन्द्र कुशवाहा के लिए बहुत बड़ा झटका हो सकता है. क्योंकि उपेन्द्र कुशवाहा को भरोसा था कि सीट शेयरिंग के मामले के अलावा ‘नीच’ मामले पर बीजेपी उनका साथ देगी. इसे लेकर उपेन्द्र कुशवाहा अमित शाह के पास नीतीश कुमार की शिकायत लेकर रविवार को दिल्ली भी गए थे. खुद उपेन्द्र कुशवाहा की मानें तो वे अमित शाह से मिलने गए थे. लेकिन अमित शाह नहीं मिले. यह मुलाकात न होने के बाद ही यह संकेत मिले कि बीजेपी को अगर साथ देना होगा तो वह नीतीश कुमार के साथ खड़ी होगी न कि उपेन्द्र कुशवाहा के साथ.
इस बीच सोमवार को एलजेपी सांसद चिराग पासवान ने नीतीश कुमार और प्रशांत किशोर के साथ मुलाकात की. इसके बाद चिराग पासवान ने जिस तरह से उपेन्द्र कुशवाहा को पब्लिक डोमेन में इस तरह की बयानबाजी न करने की नसीहत दी तो उससे भी साफ हो गया कि एलजेपी ने भी उपेन्द्र कुशवाहा से दूरी बना ली है.हालांकि उपेन्द्र कुशवाहा नीतीश कुमार पर अपनी पार्टी को बर्बाद करने का आरोप लगा रहे हैं, साथ ही यह भी कहा कि बीजेपी इस मामले में हस्तक्षेप करे. ऐसे में सुशील मोदी का ट्वीट उपेन्द्र कुशवाहा को सीधा जबाव है कि अगर बीजेपी को नीतीश और उपेन्द्र कुशवाहा में से किसी एक को चुनना हो तो वे नीतीश कुमार ही होंगे. न कि उपेन्द्र कुशवाहा.जाहिर है उपेन्द्र कुशवाहा को बीजेपी ने छोड़ दिया है, कह दिया है रहना है साथ तो रहिये ,जाना है तो जाइए. लेकिन उपेन्द्र कुशवाहा की मुश्किल ये है कि अभीतक महागठबंधन के साथ भी उनकी बात नहीं बनी है. अबतक लालू यादव ने ये साफ़ नहीं किया है कि वो उन्हें कितनी और कौन कौन सी सीटें देगें.
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