मांझी ने कहा-राघोपुर में बीजेपी समर्थकों ने जलाई दलितों का घर
पकडे गए अभियुक्त को थाणे से ही छोड़ दिया गया
सत्ताधारी दल के नेता आरोपियों के खिलाफ कारवाई के बजाय ,कर रहे हैं राजनीति
सिटी पोस्ट लाईव : बिहार के वैशाली जिले के राघोपुर में दलितों का घर जलाये जाने के मामले ने अब नया सियासी रंग लेना शुरू कर दिया है.सत्ताधारी दल द्वारा आरजेडी समर्थकों द्वारा दलितों पर जुल्म ढाए जाने के आरोप लगाये जा रहे हैं.पूर्व मुख्यमंत्री सह हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतनराम मांझी ने तेजस्वी का पक्ष लेते हुए सोमवार को सरकार पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि दलित हित का ढोंग करने वाली नीतीश-मोदी की सरकार को बताना चाहिए कि आखिर उनके राज में क्या हो रहा है ? एक तरफ जहां बढ़ते अपराध से जनता त्रस्त है वहीं दूसरी तरफ दलितों पर भी सत्ता की शह पर सामंती शक्तियां अत्याचार कर रही हैं.और सत्ताधारी दल के नेता दलितों की रक्षा करने की बजाय राजनीति करने में ब्यस्त हैं.
मांझी ने कहा कि राज्य सरकार कार्रवाई करने की जगह विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव पर आरोप लगा रही है. वास्तविकता यह है कि घटना में बीजेपी के कार्यकर्ता शामिल थे. सरकार को आरोपी के विरुद्ध कार्रवाई कर स्पीडी ट्रायल करवा कर सजा दिलानी चाहिए थी, पर आरोपियों को थाना से ही छोड़ दिया गया. नीतीश जी बताएं कि आखिर यह कैसा न्याय है और कैसा दलित प्रेम है जिसमें दलितों के लिए खुली हवा में सांस तक लेने की इजाजत नहीं है.उन्होंने कहा कि हम की महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष अनामिका पासवान के नेतृत्व में पांच सदस्यीय टीम मंगलवार को वैशाली जाकर पूरे मामले की जांच करेगी. जांच टीम की रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.
गौरतलब है कि बिहार के वैशाली जिले के राघोपुर विधानसभा क्षेत्र में भूमि विवाद को लेकर एक पक्ष के लोगों ने दूसरे पक्ष के एक घर में आग लगा दी थी. आग की लपटों ने कई घरों को अपने आगोश में ले लिया था. इस घटना में लगभग 10 लाख की संपत्ति के नुकसान हुई थी. सभी पीडि़त दलित समुदाय के और आरोपी यादव समुदाय के बताये जा रहे हैं.सत्ताधारी दल का आरोप है कि दलितों का घर जलाने वाले तेजस्वी के समर्थक हैं.
Comments are closed.