सिटी पोस्ट लाइव : बिहार के सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) के एससी और एसटी समाज (SC- ST society) के लोगों की हत्या होने पर उसके परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने की घोषणा को लेकर बिहार की सियासत गरमाई हुई है. इस घोषणा के समर्थन और विरोध में सोशल मीडिया से लेकर सियासत की दुनिया से कई तरह की प्रतिक्रियाएं लगातार आ रही हैं. नीतीश सरकार में कृषि, पशुपालन एवं मत्स्य विभाग के मंत्री व बीजेपी नेता प्रेम कुमार (Prem Kumar) ने कहा कि योजना अच्छी है पर इसका लाभ एसएसी-एसटी के साथ ही अन्य समाज के लोगों को भी मिलना चाहिए.
उन्होंने कहा कि मीडिया के माध्यम से उन्हें सीएम की इस घोषणा जानकारी मिली है कि किसी दलित की हत्या के बाद उसके परिवार के भरण पोषण के लिए एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाएगी. प्रस्ताव तो अच्छा है पर हमारी मांग है कि इसका लाभ एसएसी एसटी के साथ ही अन्य पिछड़ा वर्ग और सवर्ण समाज के लोगों को भी मिलना चाहिए. अगर यह विषय कैबिनेट में आता है तो वे इस बात को वहां मजबूती के साथ रखेंगे.
गौरतलब है कि विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी सवाल किया था कि हत्या होने पर परिजन को नौकरी देने की घोषणा सिर्फ एक वर्ग को क्यों? सवर्णो, पिछड़ों और अति पिछड़ों की हत्या पर उनके परिजन को नौकरी क्यों नहीं दी जा सकती है?तेजस्वी ने आगे कहा था कि दरअसल, हत्या होने पर नौकरी देने का वादा अनुसूचित जाति वर्ग पर अत्याचार बढ़ाने की साजिश है. सरकार की प्राथमिकता होनी चाहिए कि हत्या हो ही नहीं. भाजपा पिछलग्गू पार्टी बन गई है. जाहिर है इसे तेजस्वी का सवर्ण और पिछड़े वोट बैंक को साधने की कोशिश माना गया. जाहिर है अगर इस मसले पर सामाजिक प्रतिक्रिया होती है तो इसका सीधा नुकसान भाजपा के लिए ही माना जा रहा है.
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