BJP ने लालू परिवार पर किया हमला, कहा- तेजप्रताप जिन्हें अर्जुन समझ रहे थे वें तो उनके लिए दुर्योधन निकले
सिटी पोस्ट लाइव: लालू परिवार में एक बार फिर से आतंरिक कलह शुरू हो गया है. दरअसल, लालू यादव के बड़े लाल तेजप्रताप यादव को लेकर मामला एक बार फिर से गरमा गया है. कल राजद के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी ने तेजप्रताप यादव को पार्टी से निष्कासित करने वाला बड़ा बयान दिया था. वहीं, इसके बाद अब सियासत गरमा गयी है. तेजप्रताप यादव अब सत्ता पक्ष की तरफ से भी घिर गए हैं. दरअसल, भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता अरविन्द कुमार सिंह ने तेजप्रताप यादव पर हमला कर दिया है.
अरविन्द कुमार सिंह ने कहा है कि, लालू प्रसाद के बड़े लाल तेज प्रताप जिन्हें अर्जुन समझ रहे थे वें तो उनके लिए दुर्योधन निकले. पारिवारिक साजिश के शिकार हुए तेज प्रताप यादव. भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता अरविन्द कुमार सिंह ने कहा है कि पारिवारिक साजिश के शिकार हुए है तेज प्रताप यादव जी. शिवानंद तिवारी जी का राजद में क्या हैसियत है, यह पूरे बिहार जानता है. वें खुद ही पद के लिए बेचैनी में कुछ भी करते और बोलते रहते हैं, वें खुद राजद में आतिथि कलाकार है और वें सजायाफ्ता राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद जी के बड़े पुत्र विधायक तेज प्रताप जी को कहते हैं, कि तेज प्रताप यादव राजद में नहीं है, और राजद से निकल चुके हैं.
कहा कि, तेज प्रताप यादव जी को राजद में शिवानंद तिवारी जी उन्हें उनका औकात और हैसियत बता रहें है. तो इसी से तेज प्रताप जी आप सोचिए कि इसके पहले से ही जगदानंद सिंह जी ने आपको कहे थे, कि कौन है तेज प्रताप, मैं तेज प्रताप को नहीं जानता हूं. आपको समझ लेना चाहिए कि आप पार्टी में पद और संपत्ति के लिए पारिवारिक साजिश के शिकार हुए हैं और अगर आप पारिवारिक साजिश के शिकार नहीं हुए हैं तो आदरणीय राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव जी का बयान आना चाहिए था. इस पर आपके नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव जी जो आपके छोटे भाई का बयान आना चाहिए था.
अरविन्द कुमार सिंह ने यह भी कहा कि, तेज प्रताप यादव जी आपके मां पिताजी राजद सुप्रीमो पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव जी और राबड़ी देवी जी को भी आप से अलग कर दिया गया है. यहां तक कि आपके पूरे परिवार को साजिश के तहत तोड़ दिया गया है और यह कौन कर सकता है..? आप सब जानतें है. आप छोटे भाई के साजिश के शिकार हुए हैं, आप जिनको अर्जुन समझ रहे थे, वें आपके लिए दुर्योधन निकले. आप अपने आप को दुर्योधन से बचाइए. अब आपको याचना से कुछ मिलने वाला और होने जाने वाला नहीं है. महाभारत में आप पढ़ चुके हैं, और याचना नहीं अब रण कीजिए.
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