तीन दिनों से अपने घर में कैद थे बिहार के उप-मुख्यमंत्री, आज किया गया रेस्क्यू
सिटी पोस्ट लाइव : बिहार की राजधानी में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश से केवल आम लोग ही बेहाल नहीं हैं बल्कि ख़ास लोग भी मुश्किल में फंसे हुए हैं. रविवार की रात बारिश नहीं होने से थोड़ा पानी का स्तर नीचे जरुर हुआ है लेकिन इतना नहीं कि स्थिति सामान्य हो जाए. पटना शहर में अभी भी बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं. राज्य के डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी भी आम आदमी की तरह ही अपने घर में तीन दिनों तक कैद हो गए.गौरतलब है कि उनका निजी आवास राजेंद्र नगर इलाके है ,जहाँ पिछले चार दिनों से फंसे हुए थे. आज एनडीआरएफ (NDRF) की टीम वहां पहुंची और नाव पर बैठा कर उन्हें और उनके परिवार को बाहर निकाला.
शहर में अपने घरों में अभी भी हजारों की संख्या में लोग फंसे हुए हैं. एनडीआरएफ और अन्य आपदा प्रबंधन की टीमें युद्धस्तर पर लोगों के रेस्क्यू का काम कर रही हैं.लेकिन स्थानीय लोगों का आरोप है कि रेस्क्यू टीम केवल ख़ास जगहों पर दिखावे के लिए घूम रही है. जहाँ लोग फंसे हुए हैं, वहां टीम जाने को तैयार नहीं है. लोगों ने इसको लेकर हंगामा भी किया और घरों में फंसे लोगों को रेस्क्यू करने की मांग की.
बाढ़ के चलते अभी तक बिहार में 29 लोगों की मौत हो गई है. वहीं, बड़ी संख्या में लोग लापता भी हैं. पटना में हालात बेकाबू होते जा रहे हैं और शहर में पानी भर गया है. कुछ इलाकों में हालात इतने खराब हैं कि यातायात पूरी तरह से ठप हो चुका है और शहर में घंटों से बिजली आपूर्ति नहीं हो सकी है. पूरा शहर ही झील में तब्दील हो गया है. राजेंद्र नगर और पाटलिपुत्र कॉलोनी जैसे निचले इलाकों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है.
शहर के कई अस्पताल (Hospital), दुकान और बाजार जलमग्न हो चुके हैं. यातायात बुरी तरह से प्रभावित हुआ है. लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो गया है. इस बीच शहर के कुछ इलाकों में लोगों को बचाने के लिए बिहार सरकार ने भारतीय वायुसेना से पटना के बाढ़ प्रभावित इलाकों में फंसे लोगों को निकालने और खाने के पैकेट्स व दवाइयां पहुंचाने के लिए दो हेलिकॉप्टर की मांग भी की है.अब देखना ये है कि पटना के लोगों को इस जल जमाव से कबतक मुक्ति मिलती है.
Comments are closed.