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2019 में ‘बिहार प्लस’ फॉर्मूले की मांग करेगी JDU, क्या बीजेपी होगी तैयार?

नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार

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2019 में ‘बिहार प्लस’ फॉर्मूले की मांग करेगी JDU, क्या बीजेपी होगी तैयार?

सिटी पोस्ट लाईव : बिहार एनडीए में ज्यादा से ज्यादा सीटों की मांग को लेकर घमशान मचा हुआ है. बीजेपी खुद 40 में से 22 सीटों पर चुनाव जीती हुई है. उसके दो सहयोगी पार्टियों के कब्जे में 10 लोक सभा सीटें हैं. ऐसे में उसके पास अपने नए सहयोगी जेडीयू को देने के लिए 8 से ज्यादा सीटें नहीं हैं. जेडीयू  बीजेपी से ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ने की मांग पर टिका हुआ है. बीजेपी से ज्यादा नहीं तो कम से कम जेडीयू 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए बीजेपी से सम्मानजनक सीटों की उम्मीद जरुर लगाए हुए है. अंदरखाने की खबर ये कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ‘बिहार प्लस’ योजना बनाए हुए हैं. इसका मतलब जेडीयू बिहार के साथ-साथ झारखंड, राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में भी सीटें मांग रही है.

जेडीयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता केसी त्यागी ने कहा है  कि लोकसभा चुनाव में बीजेपी को बिहार में ही नहीं बल्कि अन्य राज्यों में भी नीतीश कुमार की मदद करनी होगी. बिहार प्लस विचार का समर्थन करने के लिए हमें बिहार में सीटों की एक सम्मानजनक संख्या के साथ-साथ झारखंड, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान जैसे राज्यों में कुछ सीटें दी जानी चाहिए.ये पूछे जाने पर कि क्या जेडीयू बीजेपी की तुलना में अधिक सीटों पर चुनाव लड़ने वाले स्टैंड पर कायम रहेगी. इस पर त्यागी ने कहा कि हम कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेंगे ये फैसला पार्टी का शीर्ष नेतृत्व करेगा. हम 2009 लोकसभा और 2010 के विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार के नेतृत्व में लड़े थे, एनडीए को बीजेपी को याद रखना होगा. उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद है कि बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और जेडीयू प्रमुख नीतीश कुमार सीटों के बंटवारे के गंभीर मुद्दे को हल कर लेंगे.

जेडीयू के एक दूसरे वरिष्ठ नेता ने कहा कि आरजेडी के साथ पार्टी की बढ़ती नजदीकियों की सारे बातें निराधार हैं. नीतीश कुमार ने लालू यादव को मुंबई फोन करके जो हाल पूछा है, वह एक शिष्टाचार है. इसे राजनीतिक नहीं बल्कि शिष्टाचार की नजर से देखा जानी चाहिए.हालांकि, उन्होंने कहा कि ये अटकलें कांग्रेस बिहार प्रभारी शक्ति सिंह की हालिया टिप्पणी से प्रेरित हैं. गोहिल ने कहा था कि कांग्रेस केंद्र में सत्ता में आती है, तो यह बिहार विशेष श्रेणी की स्थिति देगी. नीतीश कुमार की ये मांग काफी समय से कर रहे हैं.जेडीयू नेता ने कहा कि हमारी पार्टी सीटों के साझा करने वाली बातचीत को अंतिम क्षणों का इंतजार नहीं करना चाहती. बीजेपी क्या पेशकश करती है या लोकसभा चुनाव में अकेले जाती है? ऐसे में हम लंबा समय तक इंतजार नहीं करेंगे.

कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि कांग्रेस के बारे में कोई सवाल ही नहीं कि लालू प्रसाद यादव को छोड़कर नीतीश कुमार के साथ जाएं. शक्ति सिंह गोहिल का बयान महज टीजर था.बीजेपी नेता और उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि 2019 के लिए पार्टी के शीर्ष नेतृत्व सीट बंटवारे की वार्ता करेंगे. हमारा गठबंधन हमेशा से मजबूत रहा हैं और आगे भी रहेगा.वैसे भी तेजस्वी पहले ही नीतीश कुमार को महागठबंधन में लेने से इनकार कर चुके हैं. शुक्रवार को आरजेडी के सबसे सीनियर नेता रघुबंश प्रसाद सिंह ने भी कह दिया है कि नीतीश कुमार की विश्वसनीयता ख़त्म हो गई है.उन्हें महागठबंधन में लेने का सवाल नहीं है.

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