महागठबंधन में खत्म नहीं हुई है मारामारी, प्रेस काॅन्फ्रेंस में जाने को क्यों तैयार नहीं हुए बड़े नेता?
महागठबंधन में खत्म नहीं हुई है मारामारी, प्रेस काॅन्फ्रेंस में जाने को क्यों तैयार नहीं हुए बड़े नेता?
सिटी पोस्ट लाइवः महागबठबंधन में सीटों का औपचारिक एलान भले हीं हो गया है लेकिन मारामारी और मगजमारी अब भी खत्म नहीं हुई है। पेंच किस तरीके से उलझा हुआ है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जिस प्रेस काॅन्फ्रेंस से महागठबंधन में सीटों की शेयरिंग का औपचारिक एलान हुआ उस प्रेस काॅन्फ्रेंस को महागठबंधन के दूसरे दर्जे के नेताओं ने संबोधित किया। राजद के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनोज झा और प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे ने इस प्रेस काॅन्फ्रेंस को संबोधित किया और इस पीसी में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा, ‘हम’ के दानिश रिजवान, बीएल वैश्यंत्री, रालोसपा के सत्यानंद दांगी सहित महागठबंधन के दूसरे नेता मौजूद रहे। यह प्रेस काॅन्फ्रेंस महागठबंधन के लिए यह सवाल बन गया कि आखिर क्यों तेजस्वी यादव, जीतन राम मांझी, उपेन्द्र कुशवाहा, शरद यादव और मुकेश सहनी सरीखे महागठबंधन के बड़े नेता इस प्रेस काॅन्फ्रेंस में नहीं आए।
खबर यह भी है कि एक तरफ महागठबंधन सीटों की घोषणा हो रही थी तो दूसरी तरफ पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास पर महागठबंधन के ये बड़े नेता (तेजस्वी यादव, जीतन राम मांझी, उपेन्द्र कुशवाहा, शरद यादव, मुकेश सहनी) इस मंथन में जुटे थे कि कैसे इस मगजमारी को खत्म किया जाए। दरअसल पहले चरण के चुनाव के लिए नामांकन शुरू हो चुका है और बिहार की कई सीटों पर भी पहले चरण में चुनाव होना है इसलिए आनन-फानन में सीटों की संख्या और उन सीटों पर प्रत्याशियों के नाम का एलान कर दिया गया जहां पहले चरण में चुनाव होना है। लेकिन महागठबंधन के अंदरखाने सीटों की किचकिच अब भी जारी है।
राजद या लालू का परिवार जब मुश्किलों में होता है तो मनोज झा दिल्ली से पटना लैंड करते हैं आज जब मनोज झा ने दिल्ली से पटना लैंड किया और महागठबंधन की पीसी को संबोधित किया तो यह संकेत साफ है कि सीटों पर तेजस्वी यादव के लिए फैसले लेना आसान नहीं हो रहे पेचिदगियां लगातार उन्हें परेशान कर रही है और इस परेशानी से उबारने के लिए हीं मनोज झा को दिल्ली से पटना बुलाया गया है।
Comments are closed.