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भूमिहार-ब्राह्मण एकता मंच की NDA नेताओं को चेतावनी, वोट मांगने आये तो छोड़ेगें नहीं

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भूमिहार-ब्राह्मण एकता मंच की NDA नेताओं को चेतावनी, वोट मांगने आये तो छोड़ेगें नहीं

सिटी पोस्ट लाइव : भूमिहार ब्राह्मण एकता फाउंडेशन मंच के राष्ट्रिय अध्यक्ष आशुतोष कुमार ने एनडीए समेत सभी दलों के सवर्ण नेताओं को चेता दिया है कि अगर उन्होंने ब्राह्मण-भूमिहार ईलाकों में जाकर वोट मांगने की कोशिश की तो उनकी खैर नहीं . आशुतोष कुमार ने कहा कि बिहार के सैकड़ों गावों में सवर्ण समाज यानी भूमिहार ब्राह्मण का वोट लेकर उनके हित की मांग को नहीं उठाने वाले नेता अगर गावं में घुसे तो उनकी खैर नहीं. अपने साथ होनेवाले दुर्व्यवहार और किसी तरह की अनहोनी के लिए खुद जिम्मेवार होंगे.

गौरतलब है कि भूमिहार ब्राह्मण एकता मंच द्वारा गरेब सवर्णों को आरक्षण देने की मांग को लेकर पुरे देश भर में आन्दोलन चलाया जा रहा है. इस मांग को लेकर भूमिहार ब्राह्मण एकता मंच के कार्यकर्त्ता एनडीए नेताओं की घेराबंदी कर रहे हैं. क्षेत्र में उन्हें घुसाने नहीं दे रहे हैं. अगर वो घुस भी गए तो उन्हें काला झंडा दिखा रहे हैं. उनके खिलाफ प्रदर्शन कर उन्हें वापस जाने के लिए विवश कर दे रहे हैं. भूमिहार ब्राहमण सेना ने पिछले महीने पटना में भी जमकर प्रदर्शन किया था. इस प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने जमकर लाठीचार्ज कर दिया था. दरजनों कार्यकर्ताओं को गंभीर चोटें आई थीं. आशुतोष कुमार का आरोप है कि ये हमला नीतीश कुमार के ईशारे पर किया गया.

आशुतोष ने कहा कि बहुत दिनों बाद उनके समाज के लोगों को नरेन्द्र मोदी एक उम्मीद के रूप में दिखे थे. उन्हें सत्ता में लाने के लिए उनके समाज ने एडी-चोटी का जोर लगा दिया. एक भी ब्राह्मण और भूमिहार का वोट बीजीपी को छोड़कर दूसरे दल को नहीं मिला था. लेकिन अब उसी सरकार ने उनके समाज के खिलाफ काम करना शुरू कर दिया है. आशुतोष कुमार ने कहा कि जब ST /SC एक्ट को लेकर सरकार अध्यादेश ला सकती है तो आर्थिक तंगी के शिकार उनके समाज के लिए आरक्षण की व्यवस्था करने के लिए क्यों ऐसा अध्यादेश नहीं ला सकती?

आशुतोष कुमार ने कहा कि उनके ब्राहम्ण भूमिहार समाज को हमेशा एक साजिश के तहत निशाने पर ला दिया जाता है. हमारे समाज पर छुआछुत को बढ़ावा देने का आरोप लगता है. आरोप लगता है कि दलितों को मंदिर में नहीं घुसाने देता   जबकि सच्चाई ये है कि अंग्रेजों ने एक साजिश के तहत यह कानून बनाकर दलितों के मंदिर में इंट्री पर रोक लगाया था. छुआछुत को बढ़ावा दिया अंग्रेजों ने, मंदिरों में दलितों के प्रवेश पर रोक लगाया अंग्रेजों ने लेकिन आरोप लगा ब्राह्मणों पर. आशुतोष ने कहा कि उनका समाज न तो मुस्लिम विरोधी है और ना ही दलित विरोधी. उनका समाज सरकार से अपने हक़ हुकुक के लिए लड़ रहा है.

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