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संजय पासवान ने 70 साल से ज्यादा उम्र के नेताओं को दी खुद मैदान से हट जाने की सलाह

नीतीश कुमार पर निशाना, गिनाया BJP के युवा नेताओं का नाम ,कहा युवा चाहते हैं बदलाव.

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सिटी पोस्ट लाइव : पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के एमएलसी संजय पासवान (Sanjay Paswan) ने विधान सभा चुनाव से ठीक पहले बम फोड़ दिया है. बीजेपी आलाकमान पहले ही ये साफ़ कर चूका है कि नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के नेतृत्व में बिहार में NDA चुनाव लडेगा फिर भी संजय पासवान ने नीतीश कुमार को बड़ी नसीहत दे दी है. नीतीश कुमार समेत 70 साल की उम्र वाले नेताओं और उनके नेतृत्व में बदलाव के सवाल पर संजय पासवान ने कहा, ‘इसके पहले कि जनता उम्रदराज लोगों को ख़ारिज कर दे, हमें नौजवानों को सामने लाना चाहिए और उससे पहले उम्रदराज नेताओं को खुद विड्रॉ कर लेना चाहिए.’

बिहार बीजेपी में उन्होंने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय और बिहार सरकार में स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे  का नाम गिनाते हुए कहा कि बिहार के लोग अब जेनेरेशन शिफ़्ट चाह रहे हैं. 70 साल के उम्र के लोगों से मुक्ति मिले, ऐसा लोग चाह रहे हैं.’नई पीढ़ी को सामने लाने और बदलाव की वकालत करते हुए संजय पासवान ने बीजेपी के भीतर या फिर सहयोगी पार्टियों के भीतर भी बदलाव किये जाने कीमांग कर दी.संजय पासवान ने कहा, ‘नित्यानंद राय और मंगल पांडे जैसे नौजवान नेता हैं, जो बिहार बीजेपी में नई पीढ़ी के चेहरे हैं.’

बिहार बीजेपी और एनडीए में जेनेरेशन शिफ़्टिंग के सवाल पर संजय पासवान ने बड़ा बयान देते हुए कहा, ‘राजनीति में कभी भी कुछ भी संभव है. अभी चुनाव से पहले यानी ‘प्रीपोल’ बहुत कुछ होना बचा है, पोस्ट पोल भी होता रहा है.’पिछले कुछ महीनों से एलजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान की तरफ से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को निशाने पर लिया जाता रहा है. बीजेपी के दलित नेता ने चिराग पासवान की तारीफ भी की है.उन्होंने कहा, ‘बीजेपी की सहयोगी एलजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव नौजवानों के लिए भूख जगा रहे हैं.’

संजय पासवान ने कहा कि  ‘रामविलास पासवान सबसे बड़े और पुराने चेहरे होने के साथ-साथ एक लोकप्रिय नेता हैं. अगर रामविलास पासवान की बात हो तो एक सीएम से नीचे उनकी क्या बात होगी? लेकिन, हम चाहेंगे कि एक डिप्टी सीएम दलित हो. यह चिराग पासवान या जीतन राम मांझी की पार्टी से हो सकता है.गौरतलब है कि बिहार की सियासत में अभी दलित हॉटकेक बने हुए हैं.सत्ता पक्ष हो या विपक्ष सब दलितों पर डोरे डालने में जूता हुआ है.

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