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स्कूली छात्रों के खाते में 600 करोड़ भेजेगी सरकार, समय से मिलेगी किताबें

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सिटी पोस्ट लाइव : बिहार सरकार ने प्रारंभिक स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के लिए एक अच्छी खबर है.बिहार सरकार उनके खाते में 600 करोड़ भेंजने जा रही है. प्रशासनिक स्तर पर तैयारी कर ली गई है. सूत्रों के अनुसार अगले सप्ताह तक यह राशि छात्रों के खाते में ट्रान्सफर हो जायेगी. कोरोना संक्रमित की वजह से प्रदेश के सभी स्कूल शैक्षणिक संस्थान 14 मार्च से ही बंद हैं. इसी बीच सरकार ने पहली से सातवीं क्लास तक के लिए अगली कक्षा में प्रमोट किए गए बच्चों के खाते में यह राशि भेजने का निर्णय लिया है.

गौरतलब है  कि प्रदेश में 71 हजार 635 सरकारी प्रारंभिक स्कूल हैं. जिसमें एक करोड़ 60 लाख बच्चे नामांकित हैं. इन्हीं स्कूली बच्चों को शिक्षा विभाग के द्वारा जल्द ही किताब खरीदने के लिए पैसा दिया जाएगा. यह राशि सीधे डीबीटी के माध्यम से दी जाएगी. बिहार शिक्षा परियोजना परिषद के राज्य परियोजना निदेशक संजय सिंह केअनुसार शैक्षिक सत्र 2019 20 में पहली से सातवीं तक में नामांकित रहे बच्चों के खाते में करीब 600 करोड रुपए किताब के लिए दिए जाएंगे. बीईपी की तरफ तरफ से पूरी तैयारी कर ली गई है और 1 सप्ताह में पैसा भेजने का आदेश भी दे दिया गया है.

सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के वार्षिक मूल्यांकन परीक्षा लिए वगैर  उन्हें अगली कक्षा में प्रमोट कर दिया  गया है लेकिन कोरोना संक्रमण से उनका नामांकन नहीं हो पाया है. उन्हें दूरदर्शन के माध्यम से पढ़ाया जा रहा है. इसे देखते हुए बीईपी ने मार्च महीने में ही सभी विद्यार्थियों को निःशुल्क पाठ्य पुस्तकें उपलब्ध कराने का प्रस्ताव शिक्षा विभाग को भेज दिया था. शिक्षा विभाग के द्वारा बीईपी के प्रस्ताव पर निर्णय लेते हुए किताब खरीद का पैसा बच्चों के खाते में भेजने की तैयारी कर ली है. गौरतलब है कि पिछले दो सत्र से किताब के बदले राशि सीधे बच्चों के खाते में भेजी जा रही है.

बिहार राज्य परियोजना परिषद के निदेशक संजय सिंह के अनुसार जुलाई में किताबें हर जिले में उपलब्ध करा देने का निर्देश दे दिया गया है. यह देश बिहार पाठ्य पुस्तक निगम के प्रबंध निदेशक को दिया गया है. जिन निजी प्रकाशकों को किताब छापने की जिम्मेदारी दी गई है उन्हें जल्द से जल्द किताब प्रकाशित कर जिलों तक पहुंचाना होगा.

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