सिटी पोस्ट लाइव : पिछले कुछ महीनों से बिहार में जाति आधारित जनगणना की मांग को लेकर सियासत गर्म है. सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों इस मुद्दे पर एक साथ हैं. जहां एक तरफ जदयू जाति आधारित जनगणना कराने की मांग कर रहे हैं तो वहीं विपक्ष भी इस मुद्दे पर सत्तापक्ष का समर्थन कर रही है. इसे लेकर अब सीएम नीतीश कुमार, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव समेत कुल 11 नेताओं का प्रतिनिधिमंडल दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मिलने पहुंचा. अलग-अलग दलों के ये नेता, प्रधानमंत्री से मिलकर उनके सामने जाति आधारित जनगणना को लेकर अपना पक्ष रख रहे हैं. यह मुलाकात साउथ ब्लॉक के प्रधानमंत्री के दफ़्तर पर हो रही है.
सीएम के साथ पीएम से मिलने गए प्रतिनिधिमंडल में 10 दलों के नेता शामिल हैं. इसमें सीएम नीतीश के अलावा नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, जेडीयू के विजय कुमार चौधरी, भाजपा के जनक राम, कांग्रेस के अजीत शर्मा, भाकपा माले के महबूब आलम, एआईएमआईएम अख्तरुल ईमान, हम के जीतन राम मांझी, वीआईपी के मुकेश सहनी, भाकपा के सूर्यकांत पासवान और माकपा के अजय कुमार शामिल हैं.
अगले साल सात राज्यों में होने वाले चुनावों को देखते हुए जाति आधारित जनगणना की इस चर्चा को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है. इसके पहले नीतीश कुमार पहले ही साफ कर चुके हैं कि अगर यह बातचीत सफल रहती हैं तो बहुत बढ़िया है, वर्ना वह बिहार में इसे कराने पर विचार करेंगे. नीतीश कुमार ने कहा, ‘यह एक महत्वपूर्ण मुद्दा है और हम लंबे समय से इसकी मांग कर रहे हैं. अगर यह हो जाता है, तो इससे बेहतर कुछ नहीं हो सकता. बता दें इसे लेकर बिहार बीजेपी ने भी हामी भारी है. उनका भी कहना है कि हम इसके खिलाफ नहीं हैं. सदन में इस मुद्दे को रखने में भाजपा भी साथ थी. अब देखना है कि इस पर पीएम मोदी क्या फैसला करते हैं.
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