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हिंसा फ़ैलाने के लिए राहुल ने लिया किस विदेशी एजेंसी का सहारा .

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आकाश .

भारत बंद के दौरान तीन मौतों के लिए आरजेडी जिम्मेवार .

सिटीपोस्टलाईव :मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए पूछा है कि  देश को आग में झोंकने के लिए राहुल गांधी ने किस विदेशी एजेंसी का सहारा लिया ? उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि सोनिया गांधी की दावत उड़ाने वाले 20 दलों ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश की आड़ में दलितों को गुमराह कर बिहार सहित देश के 12 राज्यों को उत्पात के हवाले कर दिया. इसमें 14 लोगों की जान चली गई.

डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने भारत बंद के दौरान आरजेडी कार्यकर्ताओं पर गुंडागर्दी करने का आरोप लगाते हुए कहा कि बंद-विरोध के दौरान जरूरी सेवाओं को निर्बाध रखने की जिम्मेदारी ली जाती है. लेकिन भारत बंद कराने वालों में शामिल राजद के नेतृत्व वाले विपक्षी दलों के लाठीधारी कार्यकर्ताओं ने अस्पताल-एम्बुलेंस तक को नहीं बख्शा. उन्होंने कहा कि इसी गुंडागर्दी की वजह से हाजीपुर में अल्पसंख्यक समुदाय की महिला के एकलौते नवजात शिशु की मौत हो गई .

सुशिल मोदी ने कहा कि एससी-एसटी एक्ट पर सुप्रीम कोर्ट ने जो आदेश पारित किया, उससे केंद्र सरकार कोई लेनादेना नहीं है और केंद्र सरकार उस आदेश पर पुनर्विचार करने के लिए याचिका दायर कर चुकी है.उन्होंने भारत बंद में हिंसा कराने के लिए यह सुनियोजित अफवाह फैलाये जाने का आरोप लगाया कि सुप्रीम कोर्ट एनडीए सरकार के इशारे पर काम कर रहा है. मोदी ने सवाल किया कि क्या यह झूठ नहीं है ? राहुल गांधी बताएं कि देश को आग में झोंकने के लिए किस विदेशी एजेंसी की सेवाएं ली गईं.

मोदी ने बंद के दौरान बिहार में हुई तीन मौतों के लिए आरजेडी को जिम्मेवार ठहराते हुए कहा कि इन मौतों पर माफ़ी मांगने की बजाए लालू प्रसाद ने अपनी जुबान बंद कर ली है .उन्होंने कहा कि एनडीए सरकार ने एसटी-एससी ऐक्ट संशोधन विधेयक -2015 को संसद से पारित करा कर इस कानून को मजबूत बनाया और दलित-वंचित वर्ग के लोगों का जीवन बेहतर बनाने के लिए कई योजनाएं लागू कीं, लेकिन सोनिया गांधी की दावत उड़ाने वाले 20 दलों ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश की आड़ में दलितों को गुमराह कर अशांति फ़ैलाने की शाजिश कर रहे हैं.

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