कश्मीर समस्या का समाधान गोलियों से नहीं गले लगाकर किया जा सकता : पीएम
सिटी पोस्ट लाइव : जम्मू एवं कश्मीर पर पिछले साल कहे अपने शब्दों को दोहराते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कहा कि कश्मीर की समस्याओं को केवल वहां के लोगों को गले लगाकर ही हल किया जा सकता है गोलियों या दुर्व्यवहार से इसका समाधान नहीं हो सकता। यहां लाल किले के प्राचीर से 72वें स्वतंत्रता दिवस पर अपने भाषण में उन्होंने कहा कि उनकी सरकार पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की शिक्षाओं का अनुसरण कर रही है। मोदी ने कहा, “अटलजी ने ‘इंसानियत’ (मानवता), ‘कश्मीरियत’ (उदार कश्मीरी संस्कृति) और ‘जम्हूरियत’ (लोकतंत्र) का आह्रान किया था।
मैंने भी कहा है कि कश्मीर के मसले का समाधान कश्मीर के लोगों को गले लगाकर किया जा सकता है।” पीएम मोदी ने कहा कि उनकी सरकार देश के एकमात्र मुस्लिम बहुल राज्य जम्मू एवं कश्मीर में सभी वर्गों और क्षेत्रों के सर्वांगीण विकास के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि जम्मू एवं कश्मीर, जहां फिलहाल राज्यपाल शासन हैं, वहां बहुप्रतीक्षित पंचायत और स्थानीय निकाय चुनाव कराए जाएंगे। उन्होंने हालांकि यह नहीं बताया कि ये चुनाव कब होंगे।
पीएम ने कहा कि अपने मन में एक लक्ष्य लिए मंज़िल अपनी प्रत्यक्ष लिए, हम तोड़ रहे हैं जंजीरें, हम बदल रहे हैं तस्वीरें, ये नवयुग है, नव भारत है, खुद लिखेंगे अपनी तकदीरें। उन्होंने कहा कि, हर भारतीय के पास अपना घर हो, हर भारतीय के घर में बिजली कनेक्शन हो, हर भारतीय की रसोई धुआं मुक्त हो, हर भारतीय के घर में जरूरत के मुताबिक जल पहुंचे। हर भारतीय इंटरनेट की दुनिया से जुड़ सके।
पीएम मोदी हर भारतीय के घर में शौचालय हो, हर भारतीय अपने मनचाहे क्षेत्र में कुशलता हासिल कर सके, हर भारतीय को अच्छी औऱ सस्ती स्वास्थ्य सेवा सुलभ हो, हर भारतीय को बीमा का सुरक्षा कवच मिले। इसके साथ ही पीएम मोदी यह भी कहा कि, मैं बेसब्र हूं, क्योंकि जो देश हमसे आगे निकल चुके हैं, हमें उनसे भी आगे जाना है, मैं बेचैन हूं, हमारे बच्चों के विकास में बाधा बने कुपोषण से देश को मुक्त कराने के लिए, मैं व्याकुल हूं, देश के हर गरीब तक समुचित Health cover पहुंचाने के लिए, ताकि वो बीमारी से लड़ सके।
Comments are closed.