लखनऊ, यूपी में कोरोना वायरस को छोड़, सरकार के खिलाफ होगा नाटक का मंचन
सिटी पोस्ट लाइव : एकतरफ पूरा विश्व अभी कोरोना वायरस से दहला हुआ है, तो दूसरी तरफ भारत इस अचानक की बड़ी आफत से लड़ने और बचाव के लिए कई तरह के कदम उठा रहा है। देश के सभी प्रांतों की सरकारें, अपने-अपने स्तर से हर सम्भव उपाय करने में जुटी हुई हैं ।आगामी 31 मार्च तक के लिए सभी तरह के शैक्षणिक प्रतिष्ठान,पार्क,मॉल,जैसे सार्वजनिक स्थानों पर जाने की पाबंदी लगा दी गयी है ।सभी राजनीतिक पार्टियों ने अपने-अपने कार्यक्रम स्थगित और रद्द कर दिए हैं ।धरना-प्रदर्शन पर भी रोक लगा लगा दिए गए हैं । यानि पूरे देश में कोरोना वायरस को लेकर भय और दहशत का माहौल है ।
ऐसे में अपनी डफली और अपना राग की तर्ज पर,यूपी के लखनऊ में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ लगातार चल रहे धरना और प्रदर्शन से ईतर 16 मार्च की शाम को आंदोलन का स्वरूप बदला हुआ होगा। पुराने लखनऊ के घंटाघर पर चल रहे महिलाओं के प्रदर्शन को लेकर, प्रदर्शनकारियों ने एक बड़ा कार्यक्रम करने की योजना बनाई है। नए फॉर्मेट और तल्ख कलेवर में यह कार्यक्रम आओ संघर्ष के साथ चलें नाम से आयोजित होगा ।प्रदर्शन के 60 दिन पूरे होने पर, विशेष नाटक कार्यक्रम के आयोजन के जरिये सरकार को खबरदार करने की तैयारी है ।
आज शाम में घण्टाघर पर,इस नाटक का मंचन महिलाओं के द्वारा किया जा रहा है। इस नाटक के लिए पोस्टर जारी हो चुके हैं,जो सोसल मीडिया पर खूब वायरल हो रहे हैं। हमारी समझ से लोकतंत्र में कई तरह से विरोध करने का हक,भारत के हर नागरिक और नागरिक समूह को है ।लेकिन इस समय कोरोना वायरस से बचने के उपाय में सरकार के निर्देशों का पालन जरूरी है ।अभी सभी समाज को सरकार के साथ कदमताल करने की जरूरत है ।जाहिर तौर पर, कोरोना वायरस को राजनीति से कोई सरोकार नहीं है ।
सिटी पोस्ट लाइव के मैनेजिंग एडिटर मुकेश कुमार सिंह की स्पेशल रिपोर्ट
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