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गर्म-पानी-चाय और दूध से मर सकता है कोरोना, जानिए क्या है सच्चाई

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गर्म-पानी-चाय और दूध से मर सकता है कोरोना, जानिए क्या है सच्चाई

सिटी पोस्ट लाइव  : भारत में कोरोना वायरस के 13387 मामले सामने आ चुके हैं. अबतक 1749 स्वस्थ हो चुके हैं लेकिन 437 अपनी जान गवां चुके हैं.कोरोना के उपचार को लेकर तरह तरह के देशी नुश्खे शेयर किये जा रहे हैं.सबसे ज्यादा एक नुकशा जो शेयर किया जा रहा है उसके अनुसार गर्म चीजों के ज्यादा से ज्यादा सेवन से कोरोना पॉजिटिव मरीज भी नेगेटिव हो सकता है. वैसे भी गर्मा-गर्म कॉफ़ी का मग मिल जाए, तो ताज़गी आ जाती है.लेकिन सबसे बड़ा सवाल-क्या एक कप गर्म चाय और कॉफ़ी आपको कोरोना वायरस से बचा सकती है?

कोरोना वायरस के इस संक्रमण काल में ऐसे तमाम नुस्खे आज़माए और सुझाए जा रहे हैं. जबकि इनका कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है.एक मैसेज तो यूनिसेफ़ (UNICEF) के नाम पर फैलाया जा रहा है कि आप गर्म पानी की मदद से कोरोना वायरस को अपने से दूर रख सकते हैं.यूनिसेफ़ ने इस दावे को सरासर ग़लत बताया है. जानकार कहते हैं कि ये सारे घरेलू नुस्खे आपको कोरोना वायरस से बचाने में काम नहीं आएंगे.

इसी नुश्खे को चाईना में काम कर रहे एक कपडे के व्यापारी के नाम से शेयर किया जा रहा है.इस ऑडियो में तथाकथित भारतीय व्यापारी चाइना से दावा कर रहा है कि चाइना में घर घर में कोरोना पॉजिटिव मरीज हैं.लेकिन सभी गर्म-पानी,गर्म चाय और गर्म दूध का सेवन कर स्वस्थ हो रहे हैं.लेकिन चिकित्सा जगत के लोगों का कहना है कि गर्म पेय वायरस से बचा सकते हैं इसका कोई सबूत फ़िलहाल नहीं है. ब्रिटेन के वैज्ञानिक  रॉन एक्क्लेस ने गर्म पेय से फ़्लू की बीमारी में राहत पर काफ़ी रिसर्च की है.उनका कहना है कि  गर्म चीजों के इस्तेमाल से मुश्किल थोड़ी तो कम हो सकती है. लेकिन, वायरस पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ता.

जहां तक कोरोना वायरस की बात है, तो अब तक हुए किसी भी रिसर्च में इस बात की पुष्टि नहीं हुई कि गर्म पानी, चाय या कॉफ़ी का इस वायरस पर कोई असर पड़ता है.जब वायरस शरीर के भीतर पहुंच जाता है, तो वो जल्द से जल्द शरीर की कोशिकाओं के भीतर जाने की कोशिश करता है. वायरस के किसी पहली कोशिका के भीतर जाने में 30 घंटे तक का समय लग जाता है.इंसान के शरीर की कोशिकाओं के भीतर जाने के बाद वायरस तेज़ी से अपने जीन को कॉपी करना शुरू करता है.

इंसान के शरीर का तापमान 37 डिग्री सेल्सियस होता है, जो वायरस के लिए बहुत मुफ़ीद होता है.कुछ रिसर्च ये बताते हैं कि 60 से 65 डिग्री सेल्सियस तापमान में कोरोना वायरस नष्ट हो जाता है.लेकिन, ये रिसर्च सार्स वायरस पर की गई है, जो कोरोना वायरस परिवार का ही एक सदस्य है.यानी आप 70 डिग्री सेल्सियस तापमान पर वायरस को तो मार सकते हैं.लेकिन, आपके शरीर के भीतर का तापमान इतना होगा, तो आपके अंगों को बहुत नुक़सान होगा.इतने गर्म पानी में नहाने भर से आपकी चमड़ी जल जाएगी. और वायरस पर इसका कोई प्रभाव भी नहीं पड़ेगा. क्योंकि वो तो फेफड़ों में छुपा बैठा होता है.

शरीर के ऊपर गर्म पानी डालने से शरीर के भीतर का तापमान नहीं बढ़ता है.और शरीर के भीतर का तापमान इतना अधिक बढ़ जाने का मतलब होगा जान चली जाना.कई नुस्खे ये दावे भी कर रहे हैं कि चाय में कुछ ऐसे तत्व होते हैं जो वायरस से लड़ने में मदद करते हैं. लेकिन, इस बात के कोई वैज्ञानिक सबूत नहीं हैं.कुल मिलाकर, बुख़ार हो या थकान हो, चाय या कॉफ़ी इससे आपको मामूली राहत तो दे सकते हैं.लेकिन, अगर आप ये सोच रहे हैं कि इससे कोरोना वायरस ख़त्म हो जाएगा, तो आपकी ये सोच बिल्कुल ग़लत है.

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