दिल्ली का किला फतह करने को सभी दलों ने जताया बिहारी नेताओं पर भरोसा
दिल्ली विधान सभा चुनाव में बिहारी नेता दिखायेगें अपना दमखम
सभी दलों ने दिल्ली को जितने के लिए जताया बिहारी नेताओं पर भरोसा
सिटी पोस्ट लाइव : दिल्ली विधान सभा चुनाव की बागडोर पूरी तरह से बिहारी नेताओं के हाथ में है. सभी दलों ने बिहारी नेताओं को चुनाव की बागडोर सौंपी है.आठ फरवरी, 2020 को दिल्ली विधानसभा (Delhi Assembly Election 2020) का चुनाव होना है. विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (AAP) समेत सभी प्रमुख राजनीतिक दलों ने चुनाव के लिए बिहारियों पर भरोसा किया है. केजरीवाल के चुनाव रणनीति बिहार के प्रशांत किशोर बना रहे हैं. कांग्रेस ने बिहार से ताल्लुक रखने वाले कीर्ति झा आजाद (Kirti Jha Azad) को दिल्ली चुनाव अभियान समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया है. आरजेडी ने मनोज झा को दिल्ली का प्रभारी बनाया है. वही बीजेपी की सहयोगी पार्टी जनता दल युनाइटेड यानी जेडीयू ने भी संजय झा को दिल्ली का प्रभारी बनाया है. बीजेपी ने केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री और बिहार से सांसद नित्यानंद राय को दिल्ली का प्रभारी बनाया है.
जाहिर है सभी प्रमुख राजनीतिक दल के दिल्ली प्रभारी बिहारी नेता ही हैं. बीजेपी की दिल्ली के पार्टी अध्यक्ष मनोज तिवारी को मुख्यमंत्री बनाने का दावा कर रही है.दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020, बिहार, मनोज झा, संजय झा, नित्यानंद राय, बिहार सरकार के मंत्री जय कुमार सिंह का कहना है कि बिहार की राजनीति से देश की राजनीति भी तय होती है.और इसबार दिल्ली की राजनीति की दिशा बिहारी ही करेगें.दरअसल,दिल्ली में बिहारियों की संख्या अधिक है. इसलिए वहां बिहार के नेताओं को ही कमान दे दी गयी है.
बिहार में राजनीति और राजनीतिज्ञ बड़े निपुण होते हैं. एक से एक दिगग्ज बिहार से निकलते हैं जो देश की सियासत के जाने-माने चेहरे के रूप में उभरते हैं. दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020, कांग्रेस, राजद, चार सीट, मनोज झा आरजेडी के नेता मानते हैं कि दिल्ली में लालू यादव का जादू चलेगा.दिल्ली में बिहारियों के दबदबे के पीछे आरजेडी का अपना तर्क है. आरजेडी के नेता मृत्युंजय तिवारी का कहना है कि लालू प्रसाद यादव का जादू दिल्ली में चलने वाला है. क्योंकि यह आगामी बिहार विधानसभा चुनाव के पहले का ट्रेलर है. क्योंकि दिल्ली विधानसभा चुनाव के कुछ महीनों बाद बिहार का चुनाव होना है. वो कहते हैं कि दिल्ली में कांग्रेस और आरजेडी की मिलीजुली सरकार इसलिए बनेगी क्योंकि दिल्ली में बिहारियों की संख्या काफी अधिक है और आरजेडी सुप्रीमो यहां रहने वाले सभी बिहारियों के दिलों में बसते हैं.
दिल्ली में बिहारियों की संख्या कुल आबादी का लगभग 27 प्रतिशत है. ज्यादातर लोग यहां मजदूरी या काम की तलाश के लिए आते हैं. अब देखना है कि दिल्ली में ‘झा’ जी की टेकनिक काम करती है या केजरीवाल का मुफ्त में पानी बिजली का गारंटी कार्ड चलता है या फिर देश के गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय का राष्ट्रवाद दिल्लीवासियों के मन में बसता है.यानी इसबार दिल्ली में सभी चार दलों के बिहारी नेताओं की साख दावं पर लगी है.जीत हार तो किसी बिहारी की ही होनी है. वैसे चुनाव पूर्व सर्वे के अनुसार चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ही सबसे आगे दिख रहे हैं.एकबार फिर से केजरीवाल को सत्ता पर काबिज कराते वो दिख रहे हैं.
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